नयी दिल्ली : कोरोना महामारी (Coronavirus Pandemic) के नियंत्रण में दिल्ली पूरे देश में मॉडल (Delhi Become Model) बनकर उभरा है. जबकि भाजपा और कांग्रेस शासित राज्य कोरोना प्रबंधन में अभी तक फेल साबित हुए हैं. कांग्रेस और भाजपा शासित राज्यों के मुकाबले गैर कांग्रेस-भाजपा राज्यों में रिकवरी रेट बेहतर है.
देश में सबसे ज्यादा रिकवरी रेट दिल्ली में है. दिल्ली में रिकवरी रेट 92.8 फीसदी है यानि की 100 में से 92.8 फीसदी मरीज ठीक हो रहे हैं. जबकि पूरे देश में रिकवरी रेट 83.83 फीसदी है. यानी कि पूरे देश में रिकवरी रेट दिल्ली के मुकाबले करीब 9 फीसदी कम है.
दिल्ली में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा भी तेजी से कम हो रहा है. दिल्ली में अब सिर्फ 60 हजार के करीब कोरोना के सक्रिय मामले हैं. इनमें से 17 हजार के करीब अस्पतालों में भर्ती हैं और करीब 39 हजार मरीज होम आइसोलेशन में हैं. दिल्ली में 13.93 लाख मामलों में से 13.09 लाख मरीज ठीक हो चुके हैं. दिल्ली में अब संक्रमण दर 10 फीसदी के करीब आ गयी है. जबकि मृत्यु दर डेढ़ फीसदी के करीब है.
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देश में सबसे कम रिकवरी रेट भाजपा और कांग्रेस शासित राज्यों में है. उत्तराखंड, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, गोवा, राजस्थान में सबसे कम रिकवरी रेट है. पूरे देश में सबसे ज्यादा कम मरीज इन्हीं राज्यों में ठीक हो रहे हैं. इन राज्यों में रिकवरी रेट 80 फीसदी के करीब है. पंजाब, गुजरात, हरियाणा, एमपी और बिहार में भी रिकवरी रेट ज्यादा बेहतर नहीं है.
कोरोना रिकवरी के मामले में गैर भाजपाई और कांग्रेस राज्यों में हालात बेहतर हैं. दिल्ली, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में रिकवरी रेट बेहतर है. इन राज्यों में रिकवरी रेट राष्ट्रीय औसत से काफी ज्यादा है. इसके अलावा भाजपा-कांग्रेस शासित राज्यों के मुकाबले इन राज्यों में ज्यादा मरीज ठीक हो रहे हैं.