Delhi Budget 2022-23: अगले पांच साल दिल्ली में नौकरियां ही नौकरियां, जानें मनीष सिसोदिया ने क्या कहा
Delhi budget 2022-23: मनीष सिसोदिया ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के बाद से दिल्ली में निजी क्षेत्र ने 10 लाख नौकरियां पैदा कीं. वित्त वर्ष 2022-23 के लिए दिल्ली का बजट ‘रोजगार बजट' है. अगले पांच साल में 20 लाख नई नौकरियां पैदा की जाएंगी.
Delhi budget : दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने शनिवार को दिल्ली का बजट (Delhi budget 2022-23) विधान सभा में पेश किया. उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बजट भाषण में कहा कि दिल्ली में पिछले सात साल में 1.78 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार मिला, जिनमें से 51,307 लोगों को सरकारी नौकरियां मिलीं.
आगे मनीष सिसोदिया ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के बाद से दिल्ली में निजी क्षेत्र ने 10 लाख नौकरियां पैदा कीं. वित्त वर्ष 2022-23 के लिए दिल्ली का बजट ‘रोजगार बजट’ है. अगले पांच साल में 20 लाख नई नौकरियां पैदा की जाएंगी. दिल्ली की अर्थव्यवस्था कोविड-19 के मार से धीरे-धीरे उबर रही है.
मनीष सिसोदिया ने क्या कहा बजट पेश करते हुए
-दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 75,800 करोड़ रुपये का बजट पेश किया.
-देश के जीडीपी में दिल्ली की भागीदारी 2011-12 में 3.94 प्रतिशत से बढ़कर 2021-22 में 4.21 प्रतिशत हो गई है.
-वित्त वर्ष 2022-23 के लिए दिल्ली के बजट में नगर निकायों को 6,154 करोड़ रुपये आवंटित किए गए.
-आगामी पांच साल में दिल्ली में कामकाजी आबादी 33 प्रतिशत से बढ़कर 45 प्रतिशत हो जाएगी.
-दिल्ली में नया इलेक्ट्रॉनिक शहर स्थापित किया जाएगा.
-डेढ़ लाख नौकरियां पैदा करने के लिए दिल्ली में पांच प्रसिद्ध बाजारों को विकसित किया जाएगा. इसके लिए 100 करोड़ रुपये आवंटित किए गए.
-‘दिल्ली शॉपिंग फेस्टिवल’ में खुदरा बाजार को बढ़ावा देने, ‘दिल्ली होलसेल शॉपिंग फेस्टिवल’ से थोक बाजार को बढ़ावा देने का प्रस्ताव.
-दिल्ली बाजार पोर्टल दुकानदारों को उपभोक्ताओं से जोड़ेगा. गांधी नगर में एशिया के सबसे बड़े कपड़ा बाजार को कपड़ा केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा.
-नयी स्टार्ट अप नीति शुरू की जाएगी.
-खरीदारी उत्सवों से पर्यटकों की संख्या चार लाख बढ़ेगी, इन क्षेत्रों में कार्यरत 12 लाख लोगों के जीवन पर अनुकूल प्रभाव पड़ेगा.
-‘दिल्ली शॉपिंग फेस्टिवल’ और ‘दिल्ली होलसेल शॉपिंग फेस्टिवल’ के लिए 250 करोड़ रुपये आवंटित किए गए.
-‘रोजगार बाजार’ के लिए 20 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए, इससे दिल्ली में 10 लाख विक्रेताओं को लाभ होने की उम्मीद.
-हमें अगले पांच साल में खुदरा क्षेत्र में तीन लाख नौकरियां और अगले एक साल में 1.20 लाख से अधिक रोजगार के नए अवसर पैदा होने की उम्मीद है.
-स्मार्ट शहरी खेती को बढ़ावा दिया जाएगा, इसे पूसा संस्थान के सहयोग से जन आंदोलन में बदला जाएगा; इससे 25,000 नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है.
-‘स्मार्ट शहरी खेती’ पहल के तहत महिलाओं के लिए 25,000 नौकरियां पैदा होंगी.
-स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 9,669 करोड़ रुपये आवंटित किए गए. मोहल्ला क्लीनिक एवं पॉलीक्लिनिक के लिए 475 करोड़ रुपये, दिल्ली सरकार के अस्पतालों के उन्नयन के लिए 1,900 करोड़ रुपये आवंटित किए गए.
-दिल्ली सरकार अपने विभागों और एजेंसियों के लिए बजट आवंटन का रोजगार संबंधी लेखा परीक्षण करेगी.
-शिक्षा के लिए 16,278 करोड़ रुपये, अनधिकृत कॉलोनियों में सीवर, गलियों और जलापूर्ति के लिए 1,300 करोड़ रुपये आवंटित.
Posted By : Amitabh Kumar