Delhi: ऑनलाइन स्मार्टफोन बेचने के बहाने लोगों को ठगने वाला कॉलेज का छात्र गिरफ्तार, बताया क्यों किया फ्रॉड
Delhi Crime News: सस्ते दामों पर स्मार्टफोन बेचने के नाम पर लोगों को ठगने के आरोप में कॉलेज के एक छात्र को गिरफ्तार किया है. दिल्ली पुलिस ने कहा कि उसने अपनी मोटरसाइकिल की किस्त चुकाने के लिए ठगी का रास्ता चुना.
Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस ने सस्ते दामों पर स्मार्टफोन बेचने के नाम पर लोगों को ठगने के आरोप में कॉलेज के एक छात्र को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कहा कि बृजमोहन के रूप में पहचाने गए आरोपी के खिलाफ एक व्यक्ति की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है, जिसे उसने कम बाजार दरों पर स्मार्टफोन उपलब्ध कराने के वादे के साथ धोखा दिया था.
आरोपी ने बंद कर दिया था अपना मोबाइल फोन
अधिकारियों के अनुसार, दिल्ली विश्वविद्यालय के एक छात्र प्रदीप पूनिया (23) ने साइबर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है. उसने आरोप लगाया है कि उसके साथ 12,250 रुपये की ठगी की गई है. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उसने 14,000 रुपये में स्मार्टफोन की बिक्री के संबंध में एक वेबसाइट पर विज्ञापन देखा. इसके बाद, कथित व्यक्ति को फोन के लिए अग्रिम भुगतान के रूप में 12,250 रुपये मिले और शेष राशि डिलीवरी के समय दी जानी थी. लेकिन, आरोपी ने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया और फोन नहीं दिया. तदनुसार, उत्तरी जिले के साइबर पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया गया था और जांच की गई थी.
मथुरा के वृंदावन में मिली थी आरोपी की लोकेशन
जांच के लिए गठित पुलिस की एक टीम को आरोपी की तलाश करने का काम सौंपा गया था. कॉल डिटेल्स और पैसे के लेन-देन का तकनीकी विश्लेषण किया गया. जांच के दौरान पाया गया कि आरोपी मथुरा (उत्तर प्रदेश) से काम कर रहा था और वह यूपी में लिए गए मोबाइल नंबरों का उपयोग करता था. आरोपी की पहचान बृजमोहन के रूप में हुई और उसकी लोकेशन उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के वृंदावन में मिली. इसके बाद स्थानीय पुलिस के साथ एक छापेमारी की गई और आरोपी को शनिवार (28 जनवरी) को इलाके में उसके किराए के घर से गिरफ्तार कर लिया गया. इस दौरान उसके कब्जे से एक मोबाइल फोन, एक सिम कार्ड, एक डेबिट कार्ड और एक पासबुक बरामद किया गया.
बाइक की किश्त नहीं चुका पा रहा था आरोपी
आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह बीकॉम का छात्र है और वृंदावन में एक स्थानीय दुकान पर काम करता है. हाल ही में उसने कर्ज लेकर मोटरसाइकिल खरीदी है, लेकिन पिछले तीन माह से वह कर्ज की किस्त नहीं चुका पा रहा था. भुगतान करने का कोई अन्य तरीका खोजने में असमर्थ होने पर उसने मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से धोखाधड़ी कर पैसा बनाने का विचार बनाया और संभावित पीड़ितों को लुभाने के लिए कम कीमत पर स्मार्ट फोन का विज्ञापन जारी किया. फिर उसने शिकायतकर्ता से अग्रिम भुगतान के रूप में पैसे लिए और मथुरा स्टेशन पर फोन देने का वादा किया. हालांकि, उसने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया और स्टूडेंटस्मार्ट फोन नहीं दिया. पुलिस ने कहा कि उसने अपनी मोटरसाइकिल की किस्त चुकाने के लिए ठगे गए पैसे खर्च किए.