दिल्ली में व्यापारी संगठन कर रहे ऑड-ईवन नियम का विरोध, कहा- पिछले 2 सालों से हो रहा भारी नुकसान
दिल्ली में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पाबंदियों का दौर करीब पिछले 2 सालों से जारी है. ऐसे में ओमिक्रॉन की तेज रफ्तार ने यहां सख्ती बढ़ा दी है. ऐसे में यहां के दुकानदारों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है..
Delhi corona effect, Traders and Shopkeepers protest: दिल्ली में कोरोना की बेकाबू स्थिति को काबू करने के लिए केजरीवाल सरकार ने कई तरह की पाबंदियों का ऐलान किया है. ऐसे में कोरोना की स्थिति को संभालने और बाजारों में उमड़ने वाली भीड़ को रोकने के लिए कई तरह की गाइडलाइंस जारी हुआ है. जिनमें से ऑन एंड ईवन नियम भी शामिल है. हालांकि दिल्ली के व्यापारी संगठन इस नियम से खुश नहीं हैं और लगातार इसका विरोध कर रहे हैं. सदर बाजार के व्यापारी संगठन के वाइस प्रेसिडेंट परमजीत सिंह ने कहा कि हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि हमें वीकेंड पर दुकानें खोलने की अनुमति दी जाए. हम ऑड-ईवन नियम के सख्त खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि पिछले 2 सालों में हुए नुकसान की भरपाई अब तक नहीं हो पाया है.
वहीं, दिल्ली के सदर बाजार व्यापारी संघ के अध्यक्ष राकेश कुमार ने कहा कि अब दुकानों पर ऑड-ईवन लगाया गया है, हम पहले से ही सप्ताहांत के लॉकडाउन के कारण पीड़ित थे. इस वजह से हमारी दुकानें महीने में सिर्फ 10 दिन ही खुलती हैं. दरअसल दिल्ली में कोरोना की स्थिति दूसरे राज्यों के मुकाबले ज्यादा ही खराब है यहां पहली और दूसरी लहर की तबाही से सीख लेते हुए इस बार भी पाबंदियों को सख्त रखा गया है. दिल्ली में पिछले 2 सालों से सख्त पाबंदियां लागू हैं जिससे यहां के दुकानदारों और व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है.
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आपको बता दें कि दिल्ली में ऑड-ईवन नियम के अनुसार ही बाजारों को खोलने की अनुमति दी गई है. गैर जरूरी सामानों वाले बाजारों, बाजार परिसरों और मॉल में दुकानों को ऑड-ईवन के आधार पर सुबह 10 से रात के 8 बजे तक खोलने की अनुमति दी गई है. इसके अलावा हर दिन क्षेत्र में केवल एक ही अधिकृत साप्ताहिक हाट या बाजार की अनुमति दी गई है.