‘देश का मेंटर’ कार्यक्रम को लेकर NCPCR की कार्रवाई पर मनीष सिसोदिया का बयान, कहा- बीजेपी रच रही साजिश

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि बीजेपी नहीं चाहती है कि आप का 'देश का मेंटर' कार्यक्रम जारी रहे. इसलिए एनसीपीसीआर का इस्तेमाल कर रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 14, 2022 4:24 PM

नौवीं से 12वीं कक्षा के बच्चों को समर्पित मेंटर देकर उन्हें करियर से जुड़ा उचित मार्गदर्शन देने के उद्देश्य से दिल्ली सरकार ‘देश का मेंटर’ कार्यक्रम चला रही है. वहीं, इस कार्यक्रम को छत्तीसगढ़ के एक बीजेपी कार्यकर्ता ने बच्चों की सुरक्षा के लिए खतरा बताया है. जिसका जवाब देते हुए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Delhi Deputy CM Manish Sisodia) ने कहा कि कार्यक्रम को रोकने के लिए बीजेपी साजिश रच रही है. बीजेपी नहीं चाहती की ‘देश का मेंटर’ कार्यक्रम जारी रहे इसलिए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग यानी एनसीपीसीआर का इस्तेमाल कर रही है.

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि बीजेपी नहीं चाहती है कि आप का ‘देश का मेंटर’ कार्यक्रम जारी रहे. इसलिए उन्होंने छत्तीसगढ़ के एक बीजेपी कार्यकर्ता की शिकायत पर इस कार्यक्रम को रोकने के लिए एनसीपीसीआर का इस्तेमाल किया, जिन्होंने कहा कि यह एक बच्चे की सुरक्षा के लिए “खतरा” है.

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दरअसल NCPCR ने इस कार्यक्रम के जरिए बच्चों के अज्ञात लोगों के संपर्क में आने और अपराध और दुर्व्यवहार के शिकार होने की आशंका पर चिंता जताई थी. साथ ही इस कार्यक्रम को स्थगित करने की मांग की थी. इसके जवाब में शुक्रवार को मनीष सिसोदिया ने कहा कि देश का मेंटर कार्यक्रम में शामिल सभी मेंटर को बोर्ड की तरफ से नियुक्त करने से पहले साइकोमीट्रिक मूल्यांकन किया जाता है. उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के तहत महिला छात्रों के महिला मेंटर जबकि पुरुष छात्रों को पुरुष मेंटर दिए जाते हैं. इसके लिए लिए संबंधित छात्र के माता पिता से सहमति लेना भी अनिवार्य कर दिया गया है,

बता दें कि देश का मेंटर कार्यक्रम को पिछले साल अक्टूबर में शुरू किया गया था. इस कार्यक्रम के ब्रांड एम्बेसडर बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद हैं. इस कार्यक्रम के तहत मेंटर को किसी भी सरकारी स्कूल के 10 छात्रों को गोद लेने की जरूरत होती है. मेंटर की भूमिका में संबंधित क्षेत्र के सफल लोग होते हैं जो छात्रों का मार्गदर्शन करते हैं.

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