Delhi Election: मोदी के ‘ब्रह्मास्त्र’ ने दिल्ली में बिगाड़ा केजरीवाल का खेल, जानिए कैसे?
Delhi Election: भाजपा की इस बढ़त के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अंतिम समय में खेला गया मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है.
Delhi Election: दिल्ली विधानसभा चुनावों की वोटों की गिनती जारी है और शुरुआती रुझानों में भारतीय जनता पार्टी सरकार बनाने की ओर बढ़ती नजर आ रही है, जबकि आम आदमी पार्टी पिछड़ती दिख रही है. स्थिति यह है कि आप के शीर्ष नेता भी अपनी सीटें बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. नई दिल्ली सीट पर अरविंद केजरीवाल और भाजपा के प्रवेश वर्मा के बीच कड़ा मुकाबला चल रहा है, वहीं मनीष सिसोदिया जंगपुरा में भाजपा उम्मीदवार से कड़ी टक्कर झेल रहे हैं. कालकाजी सीट पर आम आदमी पार्टी की आतिशी भाजपा के रमेश बिधूड़ी से पीछे चल रही हैं. ओवरऑल सीटों की बात करें तो भाजपा 42 सीटों पर आगे है, जबकि आम आदमी पार्टी 28 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. कांग्रेस अब तक रुझानों में खाता भी नहीं खोल पाई है.
भाजपा की इस बढ़त के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अंतिम समय में खेला गया मास्टर स्ट्रोक (ब्रह्मास्त्र) माना जा रहा है. यह मास्टर स्ट्रोक था केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तुत आम बजट, जिसमें 12 लाख रुपये तक की आय वाले लोगों को इनकम टैक्स में बड़ी छूट दी गई. यह घोषणा चुनाव से ठीक पहले आई और सीधे दिल्ली के मध्यवर्गीय मतदाताओं को प्रभावित करने का काम किया.
इसे भी पढ़ें: तिहाड़ जेल वापस जाएंगे अरविंद केजरीवाल?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में आयोजित चुनावी सभाओं में इनकम टैक्स में छूट के इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया और भाजपा को मध्यवर्ग की हितैषी पार्टी के रूप में प्रस्तुत किया. दिल्ली की राजनीति में मध्यवर्ग की भूमिका काफी अहम होती है. दिल्ली की कुल जनसंख्या में इस वर्ग की भागीदारी लगभग 45% है, और यह वर्ग राजनीतिक रूप से काफी जागरूक भी माना जाता है. इसीलिए भाजपा और आम आदमी पार्टी, दोनों ही इस वर्ग को लुभाने के प्रयास में लगी हुई थीं.
अरविंद केजरीवाल की महिला सम्मान योजना की काट के रूप में भाजपा ने महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये देने की घोषणा कर दी, जिससे कई मतदाता भाजपा की ओर आकर्षित हुए. प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषणों में वादा किया कि 8 मार्च के बाद महिलाओं को इस योजना के तहत पैसे मिलने लगेंगे. इस बीच केंद्र सरकार की इनकम टैक्स छूट की घोषणा ने मध्यवर्गीय मतदाताओं को और अधिक प्रभावित किया, जिसका सीधा असर वोटिंग पर पड़ा.
इसे भी पढ़ें: वो 5 बड़े कारण, जिसकी वजह से दिल्ली में पिछड़ गई केजरीवाल की आप
एग्जिट पोल्स में भी यह साफ देखा गया कि बजट में घोषित टैक्स छूट भाजपा की जीत का प्रमुख कारण बनी. पीपुल्स इनसाइट के सर्वे के अनुसार, इस फैसले ने भाजपा को फाइनल पुश दिया, जिससे दिल्ली का मध्यवर्ग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर आकर्षित हुआ. इस प्रकार, आम आदमी पार्टी की पिछड़ने की एक बड़ी वजह भाजपा की रणनीतिक रूप से बनाई गई योजनाएं और केंद्र सरकार द्वारा चुनाव से पहले की गई घोषणाएं रही. यह चुनावी नतीजे यह भी दर्शाते हैं कि मुफ्त योजनाओं के साथ-साथ कर राहत जैसे आर्थिक फैसले भी वोटरों को प्रभावित करने में बड़ी भूमिका निभाते हैं.
इसे भी पढ़ें: राजा बनाने वाले अवध ओझा की हवा टाइट, जानें क्या हुआ?
इसे भी पढ़ें: सोशल मीडिया पर मीम्स और रील्स की बाढ़, यूजर्स ले रहे आप-कांग्रेस के मजे