दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) को सोमवार को यहां स्थित एलएनजेपी अस्पताल (LNJP hospital) में भर्ती कराया गया. सूत्रों ने बताया कि उनकी हालत स्थिर है. जैन फिलहाल धन शोधन के मामले में न्यायिक हिरासत में हैं और इस मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) कर रहा है. जैन को ईडी ने धन शोधन रोकथाम कानून (PMLA) के तहत गत 30 मई को गिरफ्तार किया था. एक सूत्र ने कहा, उन्हें पहले तिहाड़ जेल से जीबी पंत अस्पताल ले जाया गया, फिर उन्हें एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया. उनकी हालत स्थिर है.
सत्येंद्र जैन के अधिवक्ता ने अदालत से स्वास्थ्य का हवाला देते हुए जमानत याचिका दायर की थी, जिसे अदलात ने 18 जून को खारिज कर दिया. अधिवक्ता ने कोर्ट को बताया कि स्लीप एपनिया से पीड़ित है, जो काफी गंभीर है. जैन के अधिवक्ता ने दावा किया था कि सहायक की अनुपस्थिति में मशीन हटने अथवा मरीज द्वारा हटाये जाने अथवा बिजली की आपूर्ति बाधित हो जाने पर मरीज की अचानक मौत हो सकती है. उन्होंने कहा कि मशीन के चालू रहने के लिये बिजली का बैक अप जरूरी है, जो जेल में नहीं है. अधिवक्ता ने यह भी कहा था कि कोविड-19 के दौरान आरोपी को गंभीर निमोनिया हुआ था और वह किसी तरह बचे थे.
न्यायाधीश ने जमानत याचिका खारिज करते हुए कहा कि जैन के चिकित्सा इतिहास और आरोपी की चिकित्सा स्थिति को दर्शाने के लिये कोई मेडिकल दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि केवल इस आधार पर कि वह स्लीप एपनिया से पीड़ित है, आरोपी को जमानत पर नहीं छोड़ा जा सकता है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच अब भी चल रही है और आरोपी के पास प्रभावशाली पद है, इसलिये साक्ष्यों को प्रभावित किये जाने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है.
ईडी ने जैन को धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धाराओं के तहत 30 मई को गिरफ्तार किया था. जैन फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. केजरीवाल सरकार में जैन बिना किसी विभाग के मंत्री हैं. ईडी उनके खिलाफ कथित हवाला सौदे के मामले में पीएमएलए के तहत जांच कर रही है. गत अप्रैल में ईडी ने जैन परिवार की कंपनियों की 4.81 करोड़ रुपये की संपत्ति को कुर्क किया था.
(इनपुट- भाषा)