दिल्ली-हरियाणा के बीच पानी विवाद पर बोले मनोहर लाल खट्टर, अरविंद केजरीवाल को विज्ञापन का शौक
Delhi Haryana Water Supply Dispute दिल्ली और हरियाणा के बीच जारी जल विवाद को लेकर सियासी बयानबाजी का सिलसिला तेज हो गया है. इसी कड़ी में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को इस मामले पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा है. दिल्ली सरकार द्वारा हरियाणा पर दिल्ली के हिस्से का पानी नहीं देने के आरोप पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को विज्ञापन का शौक है.
Delhi Haryana Water Supply Dispute दिल्ली और हरियाणा के बीच जारी जल विवाद को लेकर सियासी बयानबाजी का सिलसिला तेज हो गया है. इसी कड़ी में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को इस मामले पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा है. दिल्ली सरकार द्वारा हरियाणा पर दिल्ली के हिस्से का पानी नहीं देने के आरोप पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को विज्ञापन का शौक है.
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार जितना पानी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को देना है, उतना पानी हम दे रहे हैं, एक बूंद भी कम नहीं दे रहे हैं. गौर हो कि बीते दिनों दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने राष्ट्रीय राजधानी में पेयजल किल्लत का ठीकरा हरियाणा पर फोड़ते हुए कहा कि फिलहाल करीब 120 मिलियन गैलन प्रतिदिन कम पानी मिल रहा है. इससे दिल्ली में शोधित जल की करीब 100 एमजीडी कमी हो गई है. राघव चड्ढा ने कहा कि हरियाणा से जलापूर्ति सामान्य नहीं हुई, तो आने वाले दिनों में गंभीर जल संकट पैदा हो सकता है.
इन सबके बीच, दिल्ली और हरियाणा के बीच पानी के बंटवारे को लेकर विवाद अदालत तक पहुंच गया है. हरियाणा पर पानी रोकने का आरोप लगाते हुए दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. इसमें हरियाणा के अधिकारियों पर अवमानना का मुकदमा चलाने की मांग की गई है. जानकारी के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट से याचिका पर जल्द सुनवाई की गुहार लगाई गई है. दिल्ली सरकार ने आरोप लगाया है कि हरियाणा सरकार पानी के उसके सही हिस्से को रोक रही है. इसलिए, वो इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना कर रही है.