दिल्ली शराब नीति मामले में मनीष सिसोदिया से पूछताछ के लिए तिहाड़ जेल पहुंची ED की टीम, दर्ज किया जा रहा बयान
Delhi Liquor Policy Case: दिल्ली शराब नीति मामले में गिरफ्तार किए गए मनीष सिसोदिया से पूछताछ करने के लिए ईडी की टीम तिहाड़ जेल पहुंची है. सिसोदिया अभी तिहाड़ जेल में बंद है.
Delhi Liquor Policy Case: दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है. शराब नीति मामले में पूछताछ के लिए ईडी (ED) की टीम तिहाड़ जेल पहुंची है. जानकारी के मुताबिक, पूछताछ के दौरान ईडी की टीम मनीष सिसोदिया का बयान भी दर्ज कर रही है. बताते चलें कि दिल्ली शराब नीति मामले में गिरफ्तार किए गए मनीष सिसोदिया को 20 मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री रहे मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने आबकारी घोटाले मामले में 25 फरवरी को गिरफ्तार किया था.
ED ने हैदराबाद के व्यवसायी अरुण पिल्लई को किया गिरफ्तार
सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि संघीय जांच एजेंसी ने इस मामले में एक और गिरफ्तारी की है. जांच एजेंसी ने हैदराबाद के शराब कारोबारी अरुण रामचंद्र पिल्लई को हिरासत में लिया है. ईडी के अधिकारी धन शोधन रोकथाम कानून के तहत मनीष सिसोदिया का बयान दर्ज करने के लिए दोपहर को तिहाड़ जेल पहुंचेंगे. रामचंद्र पिल्लई को लंबी पूछताछ के बाद सोमवार शाम को धन शोधन रोकथाम कानून (PMLA) की आपराधिक धाराओं के तहत हिरासत में लिया गया. ईडी द्वारा इस मामले में यह 11वीं गिरफ्तारी है. सूत्रों ने बताया कि पिल्लई को एक स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा, जहां ईडी पूछताछ के लिए उनकी हिरासत देने का अनुरोध करेगी.
24 घंटे सीसीटीवी की निगरानी में रहेंगे सिसोदिया
आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया को सोमवार को तिहाड़ जेल में ले जाया गया, जहां उन्हें जेल नंबर-1 के वार्ड नंबर-9 में रखा गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मनीष सिसोदिया को बुजुर्गों की सेल में रखा गया है. बताया जा रहा है कि जेल में सिसोदिया 24 घंटे सीसीटीवी की निगरानी में रहेंगे. मीडिया रिपोर्ट में तिहाड़ जेल सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि अभी मनीष सिसोदिया के साथ सेल में कोई कैदी नहीं है, हालांकि आने वाले दिनों में उनके साथ एक कैदी रखा जाएगा. पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का तिहाड़ जेल पहुंचने के बाद सबसे पहले मेडिकल टेस्ट करवाया गया, जिसकी रिपोर्ट नॉर्मल आई. इसके बाद वो अपने सेल में चले गए.
जेल में इन चीजों को साथ रखने की मिली इजाजत
मनीष सिसोदिया के वकीलों ने उन्हें जेल में चश्मा, डायरी, पेन और श्रीमद्भागवत गीता दिए जाने का अनुरोध किया था. जिसे विशेष सीबीआई जज एम के नागपाल ने स्वीकार कर लिया. इसके बाद मनीष सिसोदिया की तरफ से यह मांग भी की गई कि उन्हें जेल में विपश्यना सेल में रहने दिया जाए, ताकि वह आध्यात्मिक ध्यान कर सकें. जज ने इस पर सीधे आदेश देने की बजाय कहा, जेल नियमों के मुताबिक इस पर विचार हो.
जमानत अर्जी पर 10 मार्च को होगी सुनवाई
विशेष सीबीआई कोर्ट ने पिछले शनिवार को ही कहा था, मनीष सिसोदिया की तरफ से दाखिल जमानत अर्जी पर 10 मार्च को सुनवाई होगी. बचाव पक्ष यह उम्मीद है कि न्यायिक हिरासत की अवधि पूरी होने से पहले ही मनीष सिसोदिया जमानत पर बाहर आ सकते हैं. हालांकि, इस मामले की जांच ईडी भी कर रहा है. ऐसे में अंदेशा जताया जा रहा है कि आबकारी घोटाले के पैसों की मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी भी मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर सकती है.