नयी दिल्ली : कोविड-19 महामारी के कारण 169 दिनों के बाद दिल्ली मेट्रो सेवा की बहाली को लेकर डीएमआरसी के प्रमुख मंगू सिंह ने बुधवार को कहा कि इसके पीछे राजस्व पैदा करना अथवा यात्रियों को वापस लाने का विचार बिल्कुल नहीं था बल्कि सेवा बहाली का उद्देश्य लोगों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करना और अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार में योगदान देना था.
.
साक्षात्कार में दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी)के प्रबंध निदेशक ने यह भी कहा कि महामारी के समाप्त होने के बाद फिर से टोकन का उपयोग किए जाने की योजना है लेकिन हमारा प्रयास है कि इसे धीरे-धीरे हटाया जाए और स्मार्टकार्ड अधिक से अधिक उपयोग में लाया जाए.
करीब पांच महीने से अधिक समय से बंद रही दिल्ली मेट्रो की सेवा सात सिंतबर से चरणबद्ध तरीके से बहाल की जा रही है. मंगू सिंह ने कहा, ” राजस्व उत्पन्न करने या यात्रियों को लाने के विचार पर सेवाओं की बहाली नहीं की गई थी. इसका उद्देश्य कोविड-19 सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए लोगों की आवाजाही और अपने कार्यस्थल पर जाने की सुविधा उपलब्ध कराना था.
एक तरह से अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार में योगदान के लिए सेवा बहाली की गई.” उन्होंने कहा कि वर्तमान में हमारा पूरा ध्यान यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने पर है.
सूत्रों ने बताया था कि कोविड-19 परिस्थितियों के कारण मेट्रो सेवा बंद रहने से डीएमआरसी को करीब 1,300 करोड़ रुपये राजस्व की हानि हुई. मेट्रो की येलो लाइन पर सात सितंबर से सेवा बहाल की गई थी जबकि 171 दिनों तक बंद रहने के बाद बुधवार से ब्लू और पिंक लाइनों पर भी सेवा दोबारा शुरू की गई.
Also Read: आसाराम पर आधारित किताब का क्या होगा ? दिल्ली हाईकोर्ट ने फैसला रखा सुरक्षित
वहीं, बृहस्पतिवार से रेड, वॉयलेट और ग्रीन लाइनों पर सेवा बहाली होगी. यह पूछे जाने पर कि क्या लोगों की प्रतिक्रिया डीएमआरसी की उम्मीदों के अनुसार रही? इसके जवाब में सिंह ने कहा, ” लोग बहुत अच्छी तरह सहयोग कर रहे हैं और वे हमारे इतंजामों से पूरी तरह संतुष्ट हैं.
अब तक मास्क नहीं पहनने और सामाजिक दूरी के नियमों का उल्लंघन किए जाने का एक भी मामला सामने नहीं आया है.” उन्होंने उम्मीद जतायी कि समय के साथ हालात में सुधार होगा. दोबारा टोकन का उपयोग शुरू करने की योजना के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि टोकन का उपयोग रोके जाने का कदम यात्रियों की सुरक्षा के हित में उठाया गया है.
उन्होंने कहा, ” ऐसा नहीं है कि महामारी समाप्त होने के बाद हम टोकन के उपयोग की अनुमति नहीं देंगे लेकिन हमारी योजना इसे धीरे-धीरे समाप्त करने और स्मार्ट कार्ड का अधिक से अधिक उपयोग में लाने की है.”
महामारी के समाप्त होने के बाद मेट्रो में सफर करने वालों की संख्या में कमी आने की संभावना के सवाल पर सिंह ने कहा, ” हां, महामारी के दौरान यात्रा करने की आदतों में बदलाव का कुछ प्रभाव हम पर पड़ेगा लेकिन यह बहुत व्यापक नहीं होगा.”
Posted By – Pankaj Kumar Pathak