Delhi New CM: दिल्ली का नया CM कौन? 15 नाम शॉर्टलिस्ट

Delhi New CM: दिल्ली में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया तेज हो गई है. 19 या 20 फरवरी को शपथ ग्रहण संभव है. मुख्यमंत्री पद के लिए कई नाम चर्चा में हैं, जबकि बीजेपी नेतृत्व अंतिम निर्णय लेगा.

By Aman Kumar Pandey | February 15, 2025 5:00 AM

Delhi New CM: दिल्ली में नई सरकार (New government in Delhi) के गठन की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे से लौटने के बाद अब मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा जल्द ही की जा सकती है. सूत्रों के अनुसार, 19 या 20 फरवरी को दिल्ली में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जा सकता है. इसके लिए 17 या 18 फरवरी को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक दल की बैठक संभावित है. इस बैठक में पार्टी के 48 विधायकों में से 15 प्रमुख नामों को छांटा जाएगा, जिनमें से 9 नाम शॉर्टलिस्ट किए जाएंगे. इन्हीं में से मुख्यमंत्री, मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष का चयन किया जाएगा.

मुख्यमंत्री पद के लिए जिन नामों की चर्चा हो रही है, उनमें रेखा गुप्ता, प्रवेश वर्मा, मोहन सिंह बिष्ट, विजेंद्र गुप्ता, सतीश उपाध्याय, आशीष सूद, शिखा राय और पवन शर्मा प्रमुख हैं. हालांकि, अंतिम निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह द्वारा लिया जाएगा. यह भी संभव है कि राजस्थान और मध्यप्रदेश की तरह दिल्ली में भी कोई अप्रत्याशित चेहरा सामने आए. आइए जानते हैं कि इन नेताओं के नाम क्यों चर्चा में हैं:

रेखा गुप्ता – आरएसएस की पृष्ठभूमि से आने वाली रेखा गुप्ता शालीमार बाग से पहली बार विधायक बनी हैं. वह तीन बार दिल्ली नगर निगम की पार्षद रह चुकी हैं.

शिखा राय – उन्होंने ग्रेटर कैलाश से आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज को हराकर चुनाव जीता है.

प्रवेश वर्मा – नई दिल्ली विधानसभा सीट से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हराकर सुर्खियों में आए हैं. वे दो बार विधायक और दो बार सांसद रह चुके हैं. साथ ही, वे दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के पुत्र हैं.

मोहन सिंह बिष्ट – मूल रूप से उत्तराखंड के निवासी, पहाड़ी राजपूत समुदाय से आने वाले बिष्ट छह बार विधायक रह चुके हैं. वे छात्र जीवन से ही आरएसएस से जुड़े हुए हैं.

विजेंद्र गुप्ता – तीन बार के विधायक, दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं.

सतीश उपाध्याय – ब्राह्मण समुदाय से आने वाले उपाध्याय एक बार के विधायक रह चुके हैं और दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं.

आशीष सूद – पहली बार विधायक बने आशीष सूद वर्तमान में गोवा में बीजेपी के प्रभारी और जम्मू-कश्मीर में पार्टी के सह-प्रभारी हैं.

पवन शर्मा – उत्तर नगर से विधायक चुने गए पवन शर्मा चर्चा से दूर रहे हैं, लेकिन उनके नाम की संभावना भी बनी हुई है.

मोहल्ला क्लीनिक का नाम बदलने की तैयारी

दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार के प्रमुख प्रोजेक्ट ‘मोहल्ला क्लीनिक’ में बदलाव की तैयारी शुरू हो गई है. बीजेपी सरकार इसका नाम बदलकर ‘आयुष्मान आरोग्य मंदिर’ रखने की योजना बना रही है. इस बदलाव के तहत केवल नाम ही नहीं, बल्कि क्लीनिक के स्वरूप में भी बदलाव किया जाएगा. केंद्र सरकार ने दिल्ली के नए स्वास्थ्य मंत्री से मोहल्ला क्लीनिक की स्थिति पर रिपोर्ट मांगी है. इसमें मोहल्ला क्लीनिक में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की जाएगी और साथ ही भ्रष्टाचार से जुड़े आरोपों की जांच की जाएगी. एलजी वी. के. सक्सेना ने जनवरी में मोहल्ला क्लीनिक में कथित फर्जी डायग्नोस्टिक टेस्ट को लेकर सीबीआई जांच के आदेश दिए थे.

दिल्ली और पश्चिम बंगाल सरकार अब तक केंद्र की ‘आयुष्मान भारत योजना’ को लागू नहीं कर पाई हैं. ऐसे में केंद्र सरकार मोहल्ला क्लीनिक को आयुष्मान भारत योजना के तहत लाने की संभावनाएं तलाश रही है.

सत्येंद्र जैन और आप नेताओं की बढ़ सकती हैं मुश्किलें

बीजेपी सरकार बनने से पहले ही दिल्ली में आम आदमी पार्टी के नेताओं पर कार्रवाई की प्रक्रिया तेज हो गई है. गृह मंत्रालय ने आम आदमी पार्टी के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 218 के तहत न्यायालय में मामला चलाने के लिए राष्ट्रपति से अनुमति मांगी है.

इसके अलावा, नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट आने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और आम आदमी पार्टी के अन्य बड़े नेताओं की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं. दिल्ली में नई सरकार के गठन की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री पद के लिए कई दावेदार सामने आ रहे हैं, लेकिन अंतिम निर्णय बीजेपी नेतृत्व करेगा. साथ ही, बीजेपी सरकार के आने से दिल्ली की नीतियों में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं, जिनमें मोहल्ला क्लीनिक की योजना प्रमुख है. इसके अलावा, आम आदमी पार्टी के कई नेताओं पर कानूनी कार्रवाई की संभावना भी बढ़ती जा रही है.

इसे भी पढ़ें: लापता हुए रणवीर इलाहाबादिया? मोबाइल बंद, घर पर ताला

Next Article

Exit mobile version