कोरोना संकट के बीच दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों में महंगी हुई शिक्षा, सरकार के आदेश के बावजूद 50 फीसदी तक बढ़ाई फीस

Delhi private school fee hike: कोरोना संकट के बीच दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों ने अपनी फीस में बेतहाशा बढ़ोत्तरी कर दी है. कोरोना काल के कारण आर्थिक संकट में फंसे अभिभावकों की चिंता स्कूलों के इस मनमानी से बढ़ गई है. दिल्ली के कई प्राइवेट स्कूलों में 50 फीसदी तक फीस में बढ़ोत्तरी कर दी गयी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 28, 2020 8:42 AM

Delhi private school fee hike: कोरोना संकट के बीच दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों ने अपनी फीस में बेतहाशा बढ़ोत्तरी कर दी है. कोरोना काल के कारण आर्थिक संकट में फंसे अभिभावकों की चिंता स्कूलों के इस मनमानी से बढ़ गई है. दिल्ली के कई प्राइवेट स्कूलों में 50 फीसदी तक फीस में बढ़ोत्तरी कर दी गयी है. केंद्र सरकार ने लॉकडाउन के वक्त स्कूलों को ये आदेश तो दिया था कि वो ट्यूशन फीस के अलावा कोई और फीस चार्ज ना करें. लेकिन इसके लिए कोई कानून नहीं बनाया गया. जिसका नतीजा ये हो रहा है कि अब स्कूलों ने अपनी मनमानी शुरू कर दी है

जी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में रहने वाले अभिभावक ने बताया कि कि उनके दोनों बच्चे एक बड़े प्राइवेट स्कूल में पढ़ते हैं. इस माह का फीस भरने के लिए ऑनलाइन पोर्टल खोला तो उन्हें पता चला की फीस करीब 4 हजार रुपये तक बढ़ चुकी है. जहां पहले उन्हें अपने एक बच्चे की फीस के लिए हर महीने 9100 रुपये भरने होते थे, वहीं इस बार उनसे 13,414 रुपये फीस मांगी जा रही है.

वो परेशान है कि कैसे वह बढ़ी हुई फीस स्कूल में जमा कराएं, क्योंकि महामारी की वजह से कमाई अब पहले जैसी है नहीं. फीस बढ़ाने वाले प्राइवेट स्कूलों में कई ऐसे भी हैं जिन्होंने बिना नोटिस दिए ही स्कूल फीस बढ़ा दी है. फीस में इजाफा 5 या 10 फीसदी का नहीं है, बल्कि कई प्राइवेट स्कूलों ने 50 फीसदी तक पैसे बढ़ाए हैं. इसकी सूचना के बाद से ही अभिभावक फीस बढ़ोत्तरी का विरोध कर रहे हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन की प्रेसिडेंड अपराजिता गौतम ने कहा कि क्या सरकार इस मामले में दखल देते हुए कुछ कदम उठाएगी या स्कूल ऐसे ही अपनी मनमर्जी करते रहेंगे. दिल्ली हाई कोर्ट के वकील अशोक अग्रवाल ने कहा कि स्कूल अब पीटीए फंड , स्कॉलरशिप फंड , ऑपरेशनल चार्ज, टेक्नोलॉजी फीस , डेवलपमेंट फीस और एनुअल चार्ज के नाम पर फीस बना रहे हैं. फीस बढ़ोत्तरी की खबर सुन कुछ अभिभावकों ने आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए फीस में छूट की मांग की तो स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों से इसके सबूत मांग लिए.

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दिल्ली हाई कोर्ट के वकील अशोक अग्रवाल ने कहा कि स्कूल अब पीटीए फंड , स्कॉलरशिप फंड , ऑपरेशनल चार्ज, टेक्नोलॉजी फीस , डेवलपमेंट फीस और एनुअल चार्ज के नाम पर फीस बना रहे हैं. फीस बढ़ोत्तरी की खबर सुन कुछ अभिभावकों ने आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए फीस में छूट की मांग की तो स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों से इसके सबूत मांग लिए.

Posted By: utpal kant

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