Delhi Fire: मुंडका से पहले भी दिल्ली देख चुकी है भीषण अग्निकांड, जानिए कब-कब दहकी दिल्ली
दिल्ली में मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास एक तीन मंजिला इमारत में आग लगने से अभी तक 27 लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे हैं. प्रशासन की ओर लगातार राहत और बचाव का काम किया जा रहा है. हालांकि अग्निकांड का ये कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी कई बार दिल्ली दहक चुकी है.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के पश्चिमी इलाके में मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास एक तीन मंजिला व्यावसायिक इमारत में आग लगने से 27 लोगों की मौत हो गयी. वहीं, हादसे में 24 महिलाएं और 5 पुरुषों समेत कुल 29 लापता अभी भी लापता है. प्रशासन की ओर से राहत और बचाव का काम लगातार जारी है. लेकिन दिल्ली में भीषण आग का यह कोई पहला मामला नहीं हैं. इससे पहले भी दिल्ली के कई जगहों में भीषण आग के कारण लोग अपनों को खो चुके हैं.
नंद नगरी की भीषण आग: 20 नवंबर 2011 को दिल्ली के नंदनगरी ई-2 ब्लाक में एक सामुदायिक भवन में एक आयोजन के दौरान पंडाल में आग लग गई थी. यह आयोजन अखिल भारतीय किन्नर समाज का था, जो सर्वधर्म सम्मेलन कर रहा था. आग लगने से अंदाजन 14 से ज्यादा किन्नरों की झुलसकर मौत हो गयी थी. जबकि 40 से ज्यादा किन्नर झुलसे थे.
करोल बाग के होटल में आग
12 फरवरी 2019 को दिल्ली के करोल बाग होटल अर्पित पैलेस में आग लग गई थी. हादसे में 17 लोगों की मौत हो गई थी. हादसे में 17 लोगों की मौत हो गई थी.
अनाज मंडी में आग
8 दिसंबर 2019 को दिल्ली के अनाज मंडी में आग लग गई थी. हादसे में 43 लोगों की मौत हो गई थी.
पटाखा फैक्ट्री में आग
30 मई, 2018 को दिल्ली के बवाना इंडस्ट्रियल एरिया के सेक्टर-5 स्थित एक पटाखा फैक्ट्री में आग लग गई थी. बताया जाता है कि आग पहले एक ट्रक में लगी थी, जिसके बाद पूरी फैक्ट्री ही इसकी चपेट में आ गई.
सिनेमा हॉल में आग
13 जून, 1997 को दिल्ली के ग्रीन पार्क स्थित उपहार सिनेमा हॉल में आग लग जाने से 59 लोगों की मौत हो गई थी. जबकि, 100 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
जाहिर है सुरक्षा मानको में कमी के कारण अक्सर आग लगने समेत अन्य हादसे होते रहते हैं. मुंडका अग्निकांड ने एक बार फिर पूरे देश को चौंका दिया है. अंदेशा लगाया जा रहा है कि मुंडका हादसे का कारण शॉर्ट सर्किट हो सकता है.