Delhi: मेयर चुनाव के लिए अदालत पहुंचीं शैली ओबेरॉय, समयबद्ध तरीके से चुनाव कराने का अनुरोध
आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर उपद्रव करने और एमसीडी की कार्यवाही बाधित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सदन के नेता मुकेश गोयल और ओबेरॉय ने समयबद्ध तरीके से मेयर का चुनाव सुनिश्चित करने के निर्देश के लिए शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया है.
Delhi: आम आदमी पार्टी (आप) की मेयर पद की उम्मीदवार शैली ओबेरॉय ने मेयर का चुनाव समयबद्ध तरीके से कराने के निर्देश के अनुरोध के साथ बृहस्पतिवार को उच्चतम न्यायालय का रुख किया. यह जानकारी पार्टी पदाधिकारियों ने दी. इस महीने मंगलवार को दूसरी बार दिल्ली के मेयर का चुनाव बाधित हो गया क्योंकि कुछ पार्षदों के हंगामे के बाद उपराज्यपाल द्वारा नियुक्त पीठासीन अधिकारी ने सदन की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी.
सौरभ भारद्वाज ने BJP पर उपद्रव करने और MCD की कार्यवाही बाधित करने का आरोप लगाया
आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर उपद्रव करने और एमसीडी की कार्यवाही बाधित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सदन के नेता मुकेश गोयल और ओबेरॉय ने समयबद्ध तरीके से मेयर का चुनाव सुनिश्चित करने के निर्देश के लिए शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया है. आप नेताओं ने कहा कि मामले की सुनवाई शुक्रवार को होने की संभावना है.
पार्टी ने ‘एल्डरमेन’ के वोट डालने पर भी रोक लगाने की मांग की
भारद्वाज ने कहा कि पार्टी ने ‘एल्डरमेन’ के वोट डालने पर भी रोक लगाने की मांग की. उन्होंने कहा, ‘हमने उच्चतम न्यायालय में दो प्रमुख मांगें रखी हैं, पहली समयबद्ध तरीके से मेयर का चुनाव कराना और एमसीडी में बोर्ड का गठन करना. दूसरा, चूंकि ‘एल्डरमेन’ को संविधान अनुच्छेद 243 आर और डीएमसी अधिनियम की धारा 3 के तहत मतदान का अधिकार नहीं है इसलिए उन्हें वोट डालने से प्रतिबंधित किया जाना चाहिए.’
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‘अवैध रूप से नियंत्रित करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं’
उन्होंने कहा, ‘उन्हें इतने लंबे समय तक एमसीडी पर कब्जा करने और अवैध रूप से नियंत्रित करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. एकीकरण और परिसीमन के बहाने एमसीडी को केंद्र सरकार के अधीन किया गया था. दिल्ली के लोगों ने एमसीडी में आप को जनादेश दिया है और उसके बावजूद भाजपा ने गंदी राजनीति का सहारा लिया है. वे (भाजपा नेता) हंगामा कर रहे हैं और मेयर का चुनाव नहीं होने दे रहे हैं.’
भाजपा ने केजरीवाल पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया
वहीं दिल्ली भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आप और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया. सचदेवा ने कहा, ‘जब भी उन्हें अपनी गलतियों से लोगों का ध्यान भटकाना होता है तो वे अदालत का दरवाजा खटखटाते हैं. बाद में जब अदालत का फैसला उनके पक्ष में नहीं आता तो वे इसे मानने से इनकार कर देते हैं. आप को अदालत को यह भी बताना चाहिए कि सदन में किसने उपद्रव किया और किस पार्टी के पार्षदों ने माइक्रोफोन फेंका और पीठासीन अधिकारी की कुर्सी पर चढ़ गए.’
”आप पार्षदों ने महापौर चुनाव में “जानबूझकर बाधा” डाली”
उन्होंने दावा किया कि ऐसी तस्वीरें और वीडियो हैं जो “साबित” करते हैं कि आप पार्षदों ने महापौर चुनाव में “जानबूझकर बाधा” डाली. इस बीच, दिल्ली कांग्रेस ने आप और केजरीवाल पर महापौर चुनाव के लिए उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाकर ”राजनीतिक तमाशा” करने का आरोप लगाया है. कांग्रेस के एक नेता ने कहा, ‘आप और भाजपा दोनों ने एमसीडी सदन में उपद्रव किया. मेयर और एक निर्वाचित निकाय के बिना, नागरिक प्रशासन गंभीर रूप प्रभावित हुआ है लेकिन आप और भाजपा के नेताओं को इससे कोई लेना देना नहीं है.’
पहली बैठक छह जनवरी को हंगामे के बीच कर दी गई थी स्थगित
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के नवनिर्वाचित सदन की पहली बैठक भी छह जनवरी को आप और भाजपा सदस्यों के हंगामे के बीच स्थगित कर दी गई थी. पिछले साल दिसंबर में हुए एमसीडी चुनाव में आप ने 250 वार्डों में से 134 पर जीत दर्ज की थी. भाजपा 104 वार्ड जीतने में सफल रही थी.