डॉ. नेहा जिंगाला ने समझाया डिजिटल कैमरों के कामकाज का तरीका, दी बदलती टेक्नोलॉजी की जानकारी
उन्होंने छात्रों को ‘डिजिटल फोटोग्राफी’ के बारे में बताया. साथ ही मीडिया फील्ड से जुड़े छात्रों को विभिन्न तरह के पेशेवर कैमरों की जानकारी दी. उन्होंने दशकों पुराने कैमरे और आज के दौर के डिजिटल कैमरों के बारे में भी बताया.
DU News: पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी ऑफ इंडिया के पंद्रह दिवसीय पीआर मास कम्युनिकेशन ओरिएंटेशन कार्यक्रम का समापन हो गया. कार्यक्रम के आखिरी दिन गेस्ट लेक्चरर प्रोफेसर डॉ. नेहा जिंगाला ने कई मुद्दों पर अपनी बातों को रखा. उन्होंने छात्रों को ‘डिजिटल फोटोग्राफी’ के बारे में बताया. साथ ही मीडिया फील्ड से जुड़े छात्रों को विभिन्न तरह के पेशेवर कैमरों की जानकारी दी. उन्होंने दशकों पुराने कैमरे और आज के दौर के डिजिटल कैमरों के बारे में भी बताया.
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डॉ. नेहा ने डीएसएलआर कैमरे के काम करने तरीके और उसके सेंसर के फंक्शन के बारे में बताया. इसके अलावा वाइड-एंगल लेंस, टेलीफोटो, जूम लेंस, मैक्रो लेंस, फिश-आई लेंस और सुपर-टेलीफोटो लेंस के काम करने के तरीकों से जुड़े छात्रों के सवालों का जवाब दिया. उन्होंने बताया कि फोटोग्राफी में सबसे अहम है तसवीर के रंगों और उसकी खूबसूरती को एक साथ संजोना. बताते चलें डॉ. नेहा जिंगाला दिल्ली यूनिवर्सिटी के दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स में पत्रकारिता विभाग में सहायक प्रोफेसर हैं. उनके पास दस सालों से ज्यादा का शैक्षणिक अनुभव है. उन्होंने दूरदर्शन, दैनिक समाचार पत्रों समेत कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में भी कई बड़े पदों पर काम किया है.
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खास बात यह रही कि छात्रों की सहूलियत को देखते हुए कार्यक्रम को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए भी टेलीकास्ट किया गया. पंद्रह दिनों तक चले पीआर-मास कम्युनिकेशन ओरिएंटेशन प्रोग्राम में पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी ऑफ इंडिया ने अहम भूमिक निभाई. समापन समारोह में मुख्य अतिथि भारत के पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशांक और विशिष्ट अतिथि रिचर्ड ए लिनिंग, पूर्व अध्यक्ष अंतर्राष्ट्रीय जनसंपर्क संघ मौजूद रहे. जबकि, सहयोगी के रूप में हिंदुस्तान पेट्रोलियम (एचपीसीएल) और विवेकानंद इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज (वीआईपीएस) रहे.