दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की दिन की पाली के छात्रों के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव के लिए मतदान जारी है वहीं शाम की पाली के छात्र अपराह्न तीन बजे से मतदान कर सकेंगे. दिन की पाली के छात्र अपराह्न एक बजे तक मतदान कर सकेंगे जबकि शाम की पाली के छात्रों के पास अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए शाम साढ़े सात बजे तक का समय होगा.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी), कांग्रेस की छात्र शाखा नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी समर्थित स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (एआईएसए) से संबद्ध भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी लेनिनवादी (भाकपा-माले) ने सभी चार पदों के लिए उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है.
ABVP के उम्मीदवार
एबीवीपी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव में तुषार डेढ़ा को अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार बनाया है. इसके अलावा सुशांत धनखड़ को उपाध्यक्ष, अपराजिता को सचिव पद के लिए और सचिन बैसला को ज्वाइंट सेक्रेटरी पद के लिए उम्मीदवार बनाया गया है.
DUSU चुनाव में एनएसयूआई के उम्मीदवार
नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) ने अध्यक्ष पद के लिए हितेश गुलिया को उम्मीदवार बनाया है. उपाध्यक्ष पद के लिए अभि दहिया और सचिव पद के लिए महिला उम्मीदवार यक्षना शर्मा को उम्मीदवार बनाया गया. वहीं, अस्सिटेंट सेक्रेटरी पद के लिए शुभम कुमार चौधरी को मैदान में उतारा है.
एबीवीपी ने 2019 डूसू चुनाव में चार सीटों में से तीन पर जीत दर्ज की थी. करीब एक लाख छात्र चुनाव में मतदान करेंगे. दिल्ली विश्वविद्यालय के अधिकतर कॉलेजों और संकायों के लिए डूसू एक मुख्य प्रतिनिधि निकाय है. हर कॉलेज का अपना छात्र संघ, चुनाव होता है.
DUSU चुनाव में AISA के उम्मीदवार
वहीं, ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (AISA) ने अध्यक्ष पद के लिए आयशा अहमद खान, उपाध्यक्ष पद के लिए अनुष्का चौधरी, ज्वाइंट सेक्रेटरी के लिए आदित्य प्रताप सिंह के उम्मीदवार बनाया है.
DUSU चुनाव में SFI के उम्मीदवार
स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया ( SFI) ने अध्यक्ष पद के लिए आरिफ सिद्दीकी, उपाध्यक्ष पद के लिए अंकित, सचिव पद के लिए अदिति त्यागी, अस्सिटेंट सेक्रेटरी पद के लिए निष्ठा सिंह को मैदान में उतारा है.
मतों की गिनती शनिवार को होगी. डूसू चुनाव इससे पहले 2019 में हुए थे. कोविड-19 महामारी के कारण 2020 और 2021 में चुनाव नहीं कराए जा सके थे जबकि शैक्षणिक कैलेंडर में संभावित व्यवधानों के कारण 2022 में इसका आयोजन नहीं हो सका.
NSUI और ABVP के बीच कांटे की टक्कर
बता दें कि इस चुनाव में चार पदों पर कुल 24 उम्मीदवार मैदान में हैं. वहीं, 90 से ज्यादा उम्मीदवारों ने पर्चा भरा था. हालांकि, एनयूएसआई और एबीवीपी के बीच कांटे की टक्कर होने की उम्मीद है. दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र चुनाव के पिछले 10 साल के आंकड़े देखें तो एबीवीपी 7 बार तो वहीं एनएसयूआई ने 3 बार जीत दर्ज की.