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Delhi Water Crisis : दिल्ली में ‘मटका फोड़’ प्रदर्शन, जल संकट को लेकर कांग्रेस का ‘आप’ के खिलाफ प्रदर्शन

Delhi Water Crisis : प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता का कहना है कि पानी के नाम पर जनता को ठगा जा रहा है, गरीब लोग सबसे ज्यादा परेशान हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 15, 2024 1:18 PM

(मोहित दलाल)
Delhi Water Crisis : दिल्ली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शहर में चल रहे जल संकट पर अपना असंतोष व्यक्त करने के लिए कृष्णा नगर में ‘मटका फोड़’ विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया. कांग्रेस पार्टी दिल्ली में जल संकट से निपटने के लिए आम आदमी पार्टी के तरीके से असंतुष्टि जताने के लिए पूरे दिल्ली में मटके फोड़कर विरोध प्रदर्शन कर रही है. दिल्ली में भीषण गर्मी ने इस समस्या को और बढ़ा दिया है, जिससे पानी की गंभीर कमी हो गई है. कई इलाकों में टैंकरों के जरिए पानी की आपूर्ति की जा रही है, लेकिन इन आपूर्तियों का समय बेमेल होने के कारण निवासियों में काफी परेशानी हो रही है. विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य इन चिंताओं को उजागर करना और संकट के बेहतर समाधान की मांग करना है.

कांग्रेस के एक कार्यकर्ता का कहना है, पानी के नाम पर जनता को ठगा जा रहा है,गरीब लोग सबसे ज्यादा परेशान हैं,सरकारें आरोप-प्रत्यारोप का खेल खेल रही हैं…पानी का इंतजाम पहले से क्यों नहीं किया गया?…वे राजनीति करने में व्यस्त थे…कांग्रेस पार्टी बहरी-गूंगी सरकार को जगाने के लिए दिल्ली में मटका फोड़ प्रदर्शन करेगी…वे टैंकर माफिया से मिले हुए हैं.

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गौरतलब है कि, लोकसभा चुनाव में साथ काम कर चुकी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी एक बार फिर आमने-सामने आ गई हैं. भारतीय जनता पार्टी को चुनौती देने के लिए बनाए गए उनके गठबंधन में यह बड़ा बदलाव दिखाई दे रहा है. आम आदमी पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है, जबकि कांग्रेस ने जल संकट को लेकर आम आदमी पार्टी की आलोचना की है और घोषणा की है कि वह अकेले चुनाव लड़ेगी.

वहीं दिल्ली में चल रहे जल संकट के कारण आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल वीके सक्सेना के कार्यालय के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. दोनों ही दल एक-दूसरे पर पानी के टैंकर माफिया को संरक्षण देने और पानी की आपूर्ति को खराब तरीके से प्रबंधित करने का आरोप लगा रहे हैं, जबकि निवासियों को सीमित मात्रा में उपलब्ध पानी तक पहुंचने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है.

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