स्ट्रीट एनिमल्स और बर्ड्स लवर हैं डॉ वीपी सिंह, डॉग्स और बंदरों में ऐसे कराते हैं पक्की दोस्ती
डॉ वीपी सिंह वर्ष 2013 से आवारा कुत्तों, बंदरों, गायों और पशु-पक्षियों की सेवा करते आ रहे हैं. डॉ वीपी सिंह पेशे से शिक्षाविद हैं और मुखर्जी नगर में उनका यूपीएससी का कोचिंग सेंटर भी है. इनका जानवरों के प्रति उनका यह प्यार बचपन से है.
नई दिल्ली : पेट्स की अपने मालिकों से पक्की वाली दोस्ती के बारे में आपने बहुत सुना, देखा और पढ़ा होगा, लेकिन किसी व्यक्ति की स्ट्रीट डॉग्स और बंदर से पक्की वाली दोस्ती हो, इसके बारे में शायद ही देखा, सुना और पढ़ा होगा. दिल्ली में एक ऐसे ही शख्स हैं, जो जिस किसी भी रास्ते से निकल जाएं, तो स्ट्रीट डॉग्स और बंदर उससे फ्रेंड्स वाला दोस्ताना व्यवहार करते हैं. उनके साथ उछलते-कूदते हैं. इनका नाम डॉक्टर वी पी सिंह है और ये उत्तरी दिल्ली के मुखर्जी नगर इलाके में रहते हैं.
बता दें कि डॉ वीपी सिंह वर्ष 2013 से आवारा कुत्तों, बंदरों, गायों और पशु-पक्षियों की सेवा करते आ रहे हैं. डॉ वीपी सिंह पेशे से शिक्षाविद हैं और मुखर्जी नगर में उनका यूपीएससी का कोचिंग सेंटर भी है. इनका जानवरों के प्रति उनका यह प्यार बचपन से है. वह जहां भी जानवरों, पशु-पक्षियों को देखते हैं, उनके लिए तुरंत खाने पीने की व्यवस्था करते हैं. 2013 से वह ऐसी जगह पर नियमित तौर पर जाते रहे हैं, जहां पर यह बंदर, कुत्ते, आवारा पशु या फिर पक्षियों का बसेरा रहता है.
डॉक्टर वीपी सिंह कहते हैं कि जब कोरोना के टाइम में लॉकडाउन लगाया गया, तब उन्होंने दिन-रात इनकी सेवा की, क्योंकि उस समय लोगों के साथ-साथ जानवरों को भी मनुष्यों के प्यार और केयर की जरूरत थी. इसके बाद से वह आज पशु पक्षी प्रेमी बन चुके हैं.
इतना नहीं, डॉ वीपी सिंह ने जानवरों व पशु-पक्षियों के लिए इंटरनेशनल ह्यूमन राइट एंड क्राइम कंट्रोल काउंसिल नाम की एक संस्था भी बनाई है. इस काउंसिल ने पर्यावरण की रक्षा के लिए पिछले कुछ वर्षों में दिल्ली और आसपास की जगहों में कई पेड़ भी लगाए हैं. डॉक्टर वीपी सिंह ने बताया कि भगवान ने उन्हें जन्म दिया है, तो वह जीवनभर लोगों की सेवा करते रहना चाहते हैं.