Dwarka Vidhansabha Seat: द्वारका सीट पर क्या है पूर्वांचल फैक्टर? कौन किसपर रहा है हावी
Dwarka Vidhansabha Seat: दिल्ली चुनाव में द्वारका सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है. इस सीट पर पूर्वांचल के मतदाता जीत हार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
Dwarka Vidhansabha Seat: वेस्ट दिल्ली लोकसभा का द्वारका विधानसभा सीट कई मायनों में बहुत अहम है. यह सीट साल 2008 में आस्तित्व में आया. इस सीट पहले नसीरपुर विधानसभा में आता था. द्वारका सीट पर पिछले कुछ सालों में आबादी तेजी से भरी है. इस सीट पर पूर्वांचल के वोटर्स बड़ी संख्या में है जो हार जीत में बड़ी भूमिका निभाते हैं. इस सीट पर घनी आबादी और कॉलोनियाँ भी है. इस सीट पर इस बार मुकाबला दिलचस्प हो सकता है. इस सीट से मौजूद विधायक विनय मिश्रा हैं.
द्वारका सीट के क्या हैं अहम मुद्दे
द्वारका विधानसभा में जाम, अतिक्रमण और पानी किस समस्या सबसे ज्यादा बड़ी है. यहां बिल्डर फ्लैट की संख्या तेजी से बढ़ी है जिसके कारण जनसंख्या में भी बढ़ोतरी देखी गई है. पानी की समस्या को लेकर यहां लोग अक्सर परेशान रहते हैं और जाम भी अतिक्रमण के कारण खूब लगता है. द्वारका के लोगों के बीच साफ पानी भी एक बड़ी समस्या है.
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द्वारका में पूर्वांचल वोटर्स सबसे अहम
द्वारका सीट पर पूर्वांचल के वोटर्स की संख्या लगभग 35% के करीब है जो किसी भी पार्टी के हार जीत में बड़ी भूमिका निभाते हैं. साल 2020 में इस सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार विनय मिश्रा चुनाव जीते थे जो खुद बिहार से आते हैं. वहीं इस बार कांग्रेस ने इस सीट से पूर्व विधायक रहे आदर्श शास्त्री को टिकट दिया है. बीजेपी ने अभी तक अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है. इस सीट पर उत्तराखंड के वोटर्स की संख्या भी अच्छी खासी है.
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