Delhi Pollution: दिल्ली में जहरीली हुई हवा, नोएडा में 8वीं तक स्कूल बंद, लागू हो सकता है ईवन-ऑड फार्मूला

Pollution in Delhi NCR: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए वहां ऑड- ईवन पर बात हो रही है. अगर ऑड-ईवन फॉर्मूला दिल्ली में लागू हो जाता है तो स्कूल के छात्र सप्ताह में तीन दिन ही स्कूल जाकर क्लास कर पाएंगे. वहीं, नोएडा में 8वीं क्लास तक के बच्चों के लिए ऑनलाइन का ऐलान हो चुका है.

By Pritish Sahay | November 4, 2022 6:41 AM

Pollution in Delhi NCR: एक बार फिर प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. दिल्ली-एनसीआर वासियों को सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है. बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने दिल्ली-एनसीआर में GRAP-4 को लागू करने के आदेश दे दिए हैं. इसी कड़ी में दिल्ली सरकार दिल्ली के स्कूलों को ऑड-ईवन के तहत खोल सकती है. वहीं, नोएडा में 8वीं क्लास तक के बच्चों के लिए ऑनलाइन का ऐलान हो चुका है. फिलहाल 8 नवंबर तक के लिए ऑनलाइन क्लास की व्यवस्था की गई है.

गौरतलब है कि दिल्ली सरकार बढ़ते प्रदूषण की रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने दिल्ली-एनसीआर में GRAP-4 को लागू करने के आदेश दे दिए हैं. इसके तहत दिल्ली में ट्रक यातायात का प्रवेश रोक दिया गया है. हालांकि कई वाहनों को इससे बरी किया गया है. वहीं, दिल्ली सरकार ने शहर में कन्स्ट्रक्शन से जुड़े कामों पर भी रोक लगा दी है.

एनसीपीसीआर ने की थी स्कूल बंद करने की मांग: बता दें राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली में स्कूलों को बंद करने की मांग की थी. एनसीपीसीआर अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने प्रदूषण को देखते हुए इसके कम होने तक दिल्ली के स्कूलों को बंद करने की मांग की थी. इसके लिए उन्होंने दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी को एक खत भी लिखा था.

क्या लागू होगा ऑड ईवन: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए वहां ऑड- ईवन पर बात हो रही है. अगर ऑड-ईवन फॉर्मूला दिल्ली में लागू हो जाता है तो स्कूल के छात्र सप्ताह में तीन दिन ही स्कूल जाकर क्लास कर पाएंगे. यानी विद्यार्थियों को दो भागों में बांटकर आधे छात्रों को स्कूल आकर क्लास करना होगा. और आधे छात्रों को घर में ही रहना होगा.

अस्पताल में बढ़ रही है मरीजों की संख्या: दिल्ली में प्रदूषण के कारण लोगों का सांस लेना भी मुश्किल होता जा रहा है. वहीं अस्पतालों में खांसी, जुकाम और सांस लेने में कठिनाई महसूस करने वाले मरीजों की संख्या में भी लगातार इजाफा होता जा रहा है. प्रदूषण को देखते हुए  डॉक्टर लोगों को मास्क पहनने की सलाह दे रहे हैं. ओखला के होली फैमिली अस्पताल में ओपीडी में इस तरह के रोगियों की संख्या 30 फीसदी तक बढ़ गयी है.

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