दिल्ली के नरेला इलाके में नाबालिग कामगार से सामूहिक दुष्कर्म, फैक्टरी मालिक समेत तीन गिरफ्तार
पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म में शामिल आरोपियों की पहचान टिकरी कैंप निवासी नरेंदर (40), मोहित (22) और परविंदर (30) के रूप में की गई है.
नई दिल्ली : दिल्ली में एक नाबालिग कामगार से सामूहिक दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है. यह घटना बाहरी दिल्ली के नरेला इलाके का है. आरोप है कि बाहरी दिल्ली के नरेला में एक फैक्टरी के मालिक समेत तीन लोगों ने एक 15 साल की नाबालिग कामगार के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया. इस मामले में दिल्ली पुलिस के नरेला थाने की पुलिस ने तीनों आरोपियों को फिलहाल गिरफ्तार कर लिया है.
आरोपी टिकरी कैंप के निवासी
पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म में शामिल आरोपियों की पहचान टिकरी कैंप निवासी नरेंदर (40), मोहित (22) और परविंदर (30) के रूप में की गई है. पुलिस ने बताया कि यह घटना बुधवार रात की है. पुलिस ने कहा कि शुक्रवार सुबह करीब आठ बजे उन्हें नरेला औद्योगिक क्षेत्र थाने में डीएसआईआईडीसी नरेला की किसी फैक्टरी में एक नाबालिग लड़की से दुष्कर्म की सूचना मिली.
दुष्कर्म से पहले पिलाया गया नशीला पदार्थ
नरेला थाने के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़िता को कथित तौर पर कुछ नशीला पदार्थ मिलाकर कोला पिलाया गया और उसे ऊपरी मंजिल के एक कमरे में ले जाया गया, जहां आरोपियों ने बारी-बारी से उससे दुष्कर्म किया. पुलिस ने कहा कि आरोपी ने उसे बाइक पर बिठाकर उसके घर के बाहर गली में छोड़ दिया, लेकिन मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्ची को ढूंढ़ निकाला और इलाज के लिए अस्पताल ले गई.
तीन घंटे के अंदर आरोपी गिरफ्तार
पुलिस अधिकारी ने कहा कि जब पूछताछ की गई, तो पता चला कि नाबालिग के साथ फैक्टरी के मालिक सहित तीन लोगों ने उससे दुष्कर्म की वारदात को अंजात दिया. पुलिस उपायुक्त (बाहरी उत्तर) बृजेंद्र कुमार यादव ने कहा कि पुलिस ने तीन घंटे के भीतर डीएसआईआईडीसी नरेला में उनके ठिकानों से तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने कहा कि पूछताछ में तीनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
फैक्ट्री में बनते हैं जूते-चप्पल के तल्ले
पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी की पहचान नरेंदर के रूप में हुई है. पुलिस ने कहा कि नरेंदर अपनी छोटी इकाई चलाता है, जहां उनके दो सहयोगियों और पीड़िता सहित छह कर्मचारियों के साथ जूते-चप्पल के तल्ले बनाए जाते हैं. पुलिस ने बताया कि पीड़िता को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और उसकी हालत अब स्थिर है.