Delhi: अरविंद केजरीवाल के बयान पर बोले भगत सिंह के रिश्तेदार, अपराधियों की तुलना शहीदों से क्यों?
Delhi Politics: मनीष सिसोदिया तथा सत्येंद्र जैन की तुलना शहीदों से करने संबंधी दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के बयान पर भगत सिंह के करीबी रिश्तेदार ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.
Delhi Politics: आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता मनीष सिसोदिया तथा सत्येंद्र जैन की तुलना स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह से करने को लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल लगातार विरोधियों के निशाने पर है. इस बीच, भगत सिंह के करीबी रिश्तेदार हरभजन सिंह धाथ ने भी आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के बयान पर प्रतिक्रिया दिया है.
भ्रष्टाचारियों की तुलना शहीदों से क्यों की जा रही है?
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, हरभजन सिंह धाथ (Harbhajan Singh Dhath) ने दिल्ली के सीएम केजरीवाल के बयान पर जवाब देते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के मामलों में पकड़े गए अपराधियों की तुलना शहीदों से क्यों की जा रही है? वह इससे क्या राजनीतिक लाभ चाहते थे? भगत सिंह के करीबी रिश्तेदार ने आगे कहा कि आपकी जो भी लड़ाई है, उसे राजनीतिक रूप से लड़ें.
Why are criminals caught in corruption cases being compared with martyrs? What political mileage did he want from it? Whatever your fight, fight it politically: Harbhajan Singh Dhath, close relative of Bhagat Singh, responds to (Delhi CM) Kejriwal's statement pic.twitter.com/bb1gGs6OfV
— ANI (@ANI) October 17, 2022
जानिए केजरीवाल ने क्या कुछ कहा था…
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री को सीबीआई (CBI) द्वारा समन जारी किए जाने पर सीएम केजरीवाल ने केंद्र के खिलाफ अपनी सरकार की लड़ाई को दूसरा स्वतंत्रता संघर्ष बताया था. इसके साथ ही उन्होंने मनीष सिसोदिया तथा सत्येंद्र जैन की तुलना शहीद भगत सिंह से की थी. केजरीवाल ने साथ ही कहा कि करोड़ों लोगों की दुआएं उनके साथ हैं. उनकी यह टिप्पणी अब रद्द की जा चुकी आबकारी नीति को तैयार करने और उसके क्रियान्वयन में कथित भ्रष्टाचार के सिलिसले में सीबीआई द्वारा डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को पूछताछ के लिए तलब किए जाने के बाद आई थी.
फांसी का फंदा भगत सिंह के बुलंद इरादों को नहीं डिगा पाए
अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा कि जेल की सलाखें और फांसी का फंदा भगत सिंह के बुलंद इरादों को डिगा नहीं पाए. यह आजादी की दूसरी लड़ाई है. मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन आज के भगत सिंह हैं. 75 साल बाद देश को एक ऐसा शिक्षा मंत्री मिला, जिसने गरीबों को अच्छी शिक्षा देकर सुनहरे भविष्य की उम्मीद जगाई. करोड़ों गरीबों की दुआएं इनके साथ हैं.