Delhi Kanjhawala Case: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में नए साल के जश्न के दौरान हुए सड़क हादसे में मृतका की मौत की मिस्ट्री अभी सुलझी नहीं है. इस बीच, दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त सागर प्रीत हुड्डा ने अहम जानकारी देते हुए बताया कि कंझावला में हुई घटना की गवाह मिली है और उसका बयान दर्ज किया जा रहा है. वहीं, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है, अब FSL रिपोर्ट का इंतजार है.
दरअसल, दिल्ली के कंझावला में रविवार को हुई घटना की जांच में पता चला है कि पीड़ित युवती अकेली नहीं थी, बल्कि उसकी एक सहेली उसके साथ थी, जो डर के कारण मौके से भाग गई थी. इसको लेकर एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें मृतका को एक लड़की के साथ देखा गया है. वहीं, दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि सुल्तानपुरी की घटना में एक नया तथ्य सामने आया है, जिसके अनुसार घटना के वक्त मृतका के साथ एक और लड़की थी. उसके मुताबिक घटना के समय वो थी और उसे कोई चोट नहीं आई थी और वो उठ कर वहां से चली गई थी. सागर प्रीत हुड्डा ने बताया कि अब हमारे पास एक चश्मदीद है.
दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि वे पुलिस का सहयोग कर रही है. उसका बयान लिया जा रहा है. ये आरोपियों को सजा दिलाने में महत्वपूर्ण साबित होगा. जांच जारी है. दिल्ली पुलिस जल्द ही जांच पूरी कर लेगी. अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी.
विशेष पुलिस आयुक्त शालिनी सिंह ने अपनी टीम के साथ सुल्तानपुरी से कंझावला तक 12 किलोमीटर लंबी सड़क का निरीक्षण किया, जहां बाहरी दिल्ली में एक 20 वर्षीय युवती को कार से घसीटा गया था। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस से इस घटना पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. दिल्ली पुलिस ने विशेष आयुक्त शालिनी सिंह की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया है और उनसे घटना के संबंध में जल्द से जल्द एक रिपोर्ट पेश करने को कहा है.
पुलिस के अनुसार, युवती अपने परिवार में एकमात्र कमाने वाली थी. 31 दिसंबर की रात को उसकी स्कूटी कार से टकरा गई और वह कार के नीचे फंस गई. उसे करीब 12 किलोमीटर तक घसीटा गया था और कंझावला में एक सड़क पर वह निर्वस्त्र अवस्था में पायी गयी. कथित तौर पर कार में सवार पांच लोगों पर सोमवार को गैर इरादतन हत्या समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया. पुलिस पर हालांकि मामले में ढुलमुल जांच करने का भी आरोप लगा. पांचों आरोपियों को सोमवार को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. प्रथम दृष्टया यह आशंका जताई जा रही है कि घटना के समय आरोपी नशे में थे. इसके लिए उनके खून के नमूने चिकित्सा जांच के लिए भेजे गए हैं और रिपोर्ट का इंतजार है. नए उच्च-गुणवत्ता वाले सुरक्षा कैमरे के फुटेज से पता चला कि कार के निचले हिस्से में फंसी पीड़ित युवती को करीब एक घंटे तक घसीटा गया.