Kisan Andolan: सरकार और किसानों के बीच आज हो जाएगा समाधान! राकेश टिकैत ने जताई उम्मीद, कही ये बात
Kisan Andolan: सिंघु बॉर्डर पर आज संयुक्त किसान मोर्चा की अहम बैठक हो रही है. इस बैठक में किसान आगे की रणनीति पर विचार कर सकते हैं. बैठक में किसान ये भी तय करेंगे कि सरकार को एमएसपी पर पांच किसान नेताओं के नाम भेजने हैं या नहीं.
Kisan Andolan, New Delhi: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज संयुक्त किसान मोर्चा की अहम बैठक हो रही है. बैठक में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) समेत कई मुद्दों पर चर्चा होगी. इस बैठक में किसानों के आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति पर भी विचार किया जाएगा. इधर किसानों का कहना है कि, एमएसपी पर एक पैनल बनाने पर भी इस बैठक में चर्चा होगी. संयुक्त किसान मोर्चा की कोर समिति के सदस्य दर्शन पाल ने कहा कि हमें एमएसपी पर पांच किसान नेताओं के नाम सौंपने का औपचारिक संदेश अब तक नहीं मिला है, इसलिए हम बैठक में तय करेंगे कि हमें सरकार को नाम भेजने हैं या नहीं. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि आज बैठक में आंदोलन आगे कैसे बढ़ेगा और सरकार बातचीत करेगी तो कैसे बातचीत करनी है, इसपर चर्चा होगी.
आज बैठक में आंदोलन आगे कैसे बढ़ेगा और सरकार बातचीत करेगी तो कैसे बातचीत करनी है, इसपर चर्चा होगी। हरियाणा में मुख्यमंत्री, अधिकारियों और किसानों की कल बात हुई, जिसमें प्रदर्शन से संबंधित मामलों को वापस लेने पर सहमति बनी परन्तु मुआवजे पर सहमति नहीं बनी: BKU प्रवक्ता राकेश टिकैत pic.twitter.com/EoJEw4Jfc5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 4, 2021
किन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा: सिंघु बॉर्डर में हो रही आज की बैठक में आंदोलन कर किसान अपनी लंबित मांगों को लेकर भी आगे की रणनीति बना सकते हैं. एसकेएम की कोर समिति के सदस्य दर्शन पाल का कहना है कि आज की बैठक में प्रदर्शनकारी किसानों की लंबित मांगों पर चर्चा होगी. इनमें फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी, किसानों पर दर्ज मामलों की वापसी, आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों के लिए मुआवजा आदि शामिल हैं. किसान मोर्चा आज की बैठक में इन मुद्दों पर गहन चर्चा कर सकते हैं.
इधर, किसान नेताओं का कहना है कि किसानों की ओर से पीएम मोदी को लिखे पत्र में आंदोलन वापसी के लिए 6 प्रमुख मांगें रखी गई थी. लेकिन सरकार की ओर से अब तक कोई जवाब नहीं मिला है. ऐसे में किसान आंदोलन जारी रखने के लिए मजबूर हैं. दर्शन पाल का कहना है कि हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश समेत कई राज्यों में किसानों के खिलाफ सैकड़ों झूठे मुकदमे दर्ज किए गए हैं. ऐसे में जब तक सरकार हमारी बात नहीं सुनती आंदोलन जारी रखा जाएगा.
मृत किसानों के परिवारों को मुआवजा दें पीएम-राहुल: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों का ‘रिकॉर्ड सरकार के पास नहीं होने’ को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. राहुल ने कहा कि उन्हें मानवता दिखाते हुए इन किसानों के परिवारों को उचित मुआवजा देना चाहिए. उन्होंने आंदोलन के दौरान मारे गये 500 से अधिक किसानों की एक सूची भी सार्वजनिक की और कहा कि वह यह सूची सोमवार को लोकसभा के पटल पर रखेंगे.
Posted by: Pritish Sahay