-
लखीमपुर खीरी मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल ने की पीसी
-
केन्द्र सरकार पर साधा जमकर निशाना, कहा- हत्यारों को बचा रही सरकार
-
उन्होंने कहा कि आखिर लखीमपुर में क्या छुपाया जा रहा है
CM Arvind Kejriwal PC: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने लखीमपुर खीरी मामले को लेकर एक प्रेस कांफ्रेस. पीसी में उन्होंने केन्द्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि एक तरफ पूरा देश आजादी का अमृत महोत्व मना रहा है. लेकिन वहीं देश के अंदर किसानों को मारा जा रहा है. कुचला जा रहा है. उन्होंने सरकार से पूछा है कि देश जानता चाहता है कि आखिर लखीमपुर में क्या छिपाया जा रहा है.
On one side, govt is celebrating 75 yrs of Independence, &on the other side, political leaders are being stopped from visiting Lakhimpur Kheri. What's the reason behind it? PM ji, the country wants the accused to be arrested& the Union minister be removed from the post: Delhi CM pic.twitter.com/KCWXt9VxOx
— ANI (@ANI) October 6, 2021
क्यों हत्यारों को बचा रही है सरकारः सीएम केजरीवाल ने सरकार से पूछा कि मामले को बीते 72 घंटों से ज्यादा हो चुके हैं लेकिन अभी तक हत्यारों को गिरफ्तार नहीं किया गया है. उन्होंने पूछा है कि हत्यारों को क्यों बचाया जा रहा है. पीएम मोदी का नाम लेते हुए केजरीवाल ने मांग की कि, आरोपी के मंत्री पिता को पद से तुरंत बर्खास्त किया जाये.
केन्द्र सरकार को किसानों से इतनी नफरत क्योंः दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मोदी सरकार से पूछा है कि केन्द्र सरकार को किसानों से इतनी नफरत क्यों है. उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानून के खिलाफ किसान कई महीनों से आंदोलन कर रहे हैं. आंदोलन के दौरान 6 सौ से ज्यादा किसानों की जान चली गई. लेकिन केन्द्र सरकार अभी भी पूरे मामले में कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है.
पूरा सिस्टम दे रहा है हत्यारे का साथः सीएम केजरीवाल ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, पूरा सिस्टम हत्यारे का साथ दे रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि, गाड़ी ने सिर्फ उन किसानों को ही नहीं कुचला. गाड़ी ने पूरे सिस्टम को कुचल दिया है. उन्होंने पूछा है कि यह कैसी आजादी है कि पीड़ित परिवारों से मिलने वालों को रोका जा रहा है. ऐसा तो अंग्रेज करते थे. सीएम केजरीवाल ने कटाक्ष करते हुए कहा कि, अभी बोल रहे कि गाड़ी में मंत्री का बेटा नहीं था. आगे बोल देंगे वहां कोई किसान ही नहीं था.
Posted by: Pritish Sahay