नयी दिल्ली : नीति आयोग की जनवरी की पिछड़े जिलों की रैंकिंग में शिक्षा और पोषण जैसे मानदंडों पर बेहतर प्रदर्शन करने के आधार पर झारखंड का लातेहार जिला दूसरे नंबर पर आया है, जबकि अरुणाचल प्रदेश का नामसाई जिला टॉप पर है. आयोग की डेल्टा रैंकिंग के लिए 112 पिछड़े जिलों में विकास के छह क्षेत्रों में हुई प्रगति को आधार बनाया गया है.
नीति आयोग ने ट्विटर पर लिखा है कि लातेहार (झारखंड) और धौलपुर (राजसथान) क्रमश: दूसरे ओर तीसरे स्थान पर हैं. रैंकिंग के लिए विकास के जिन मानदंडों को आधार बनाया गया है, वे शिक्षा और पोषण, शिक्षा, कृषि ओर जल संसाधन, वित्तीय समावेश, कौशल विकास और मूल ढांचागत सुविधाएं हैं. इन क्षेत्रों में विकास के आधार पर यह रैंकिंग तैयार की गयी है. सरकार ने पिछड़ा जिला कार्यक्रम जनवरी 2018 में शुरू किया था. इसका मकसद उन जिलों को विकास के रास्ते पर लाना है जो प्रमुख समाजिक मानदंडों पर अपेक्षाकृत पिछड़े हैं. पिछड़े जिलों की रैंकिंग हर महीने की जाती है.