Manish Sisodia: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में रविवार को पूछताछ के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने गिरफ्तार कर लिया है. ऐसे में देर रात उनका मेडिकल जांच कराया गया और उन्हें सीबीआई दफ्तर में ही रखा गया है. बता दें कि मनीष सिसोदिया की आज कोर्ट में पेशी होनी है. यहां सीबीआई के अधिकारी उनके रिमांड की डिमांड करेंगे ताकि उनसे इस मामले में और पूछताछ की जा सके. वहीं, आप कार्यकर्ता आज दिल्ली में इस कार्रवाई का विरोध कर सकते है.
इससे पहले सीबीआई ने उनसे करीब आठ घंटे की पूछताछ की. सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर सीबीआई ने कहा कि नई आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं के मामले की जांच के लिए उपमुख्यमंत्री और प्रभारी आबकारी मंत्री व 14 अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. उनके अनुरोध पर आज फिर नोटिस जारी किया गया. हालांकि, इस दौरान उन्होंने टालमटोल भरे जवाब दिए और जांच में सहयोग नहीं किया. इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को लेकर बीजेपी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार की रविवार को आलोचना करते हुए कहा कि लोग इसका जवाब देंगे क्योंकि वे देख रहे हैं कि कैसे ‘‘देशभक्त और ईमानदार लोगों’’ को जेल भेजा रहा है जबकि देश के बैंकों को लूटने वालों के खिलाफ ‘कोई कार्रवाई नहीं की जाती.’ केजरीवाल ने सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद उनके आवास पर उनकी पत्नी से मुलाकात की और मीडिया को भी संबोधित किया.
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वहीं बीजेपी ने रविवार को कहा कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया या आम आदमी पार्टी के अन्य नेताओं ने शराब नीति में हुए संदिग्ध भ्रष्टाचार के सिलसिले में कभी सवालों का जवाब नहीं दिया. भाजपा ने यह भी कहा कि उसका मानना है कि गिरफ्तार नेता के खिलाफ इस मामले में दम है. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में तंज कसते हुए कहा कि सिसोदिया दुनिया के एकमात्र शिक्षा मंत्री हैं, जो शराब घोटाले में शामिल होंगे और यह पूरा प्रकरण आंख खोलने वाला और चौंकाने वाला है.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे बताया गया है कि ज्यादातर सीबीआई अधिकारी मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के खिलाफ थे. वे सभी उनके लिए बहुत सम्मान करते हैं और उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है. लेकिन उन्हें गिरफ्तार करने का राजनीतिक दबाव इतना अधिक था कि उन्हें अपने राजनीतिक आकाओं की बात माननी पड़ी.