कांग्रेस समेत कई दल कर रहे हैं विरोध एनटीए ने कहा : नहीं टाल सकते परीक्षा
एनटीए ने जेईई-मेन और नीट-यूजी को लेकर तैयारी पूरी कर ली है. कोरोना संकट के बीच पहली बार इतने व्यापक पैमाने किसी परीक्षा का आयोजन होगा़ परीक्षा टालने की मांग के बीच नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने फिर स्पष्ट किया कि तारीखों में कोई परिवर्तन नहीं होगा.
नयी दिल्ली : एनटीए ने जेईई-मेन और नीट-यूजी को लेकर तैयारी पूरी कर ली है. कोरोना संकट के बीच पहली बार इतने व्यापक पैमाने किसी परीक्षा का आयोजन होगा़ परीक्षा टालने की मांग के बीच नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने फिर स्पष्ट किया कि तारीखों में कोई परिवर्तन नहीं होगा. इसके साथ ही अब तक नीट व जेईई -मेन के लिए 14 लाख से अधिक छात्रों ने प्रवेश पत्र डाउनलोड किये हैं. एनटीए ने बुधवार को दोपहर 12 बजे नीट के लिए प्रवेश पत्र जारी किया. करीब सात घंटे में ही 6.84 लाख छात्रों ने प्रवेश पत्र डाउनलोड कर लिया.
नीट के लिए 15.97 लाख छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. जेईई -मेन के लिए 8.58 लाख में से 7.41 लाख छात्रों ने एडमिट कार्ड डाउनलोड किया है. इधर, कोरोना महामारी की स्थिति को देखते हुए नीट और जेईई स्थगित करने की मांग का समर्थन करते हुए विपक्ष शासित प्रदेशों के सात मुख्यमंत्रियों ने बुधवार को फैसला किया कि वे इस मुद्दे पर संयुक्त रूप से सुप्रीम कोर्ट का रुख करेंगे. दूसरी ओर, केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि छात्र समय पर परीक्षा चाहते हैं.
और देरी ठीक नहीं : दिल्ली आइआइटी के डायरेक्टर वी रामगोपाल राव ने कहा कि परीक्षाओं में और विलंब करने से आइआइटी के अकादमिक कैलेंडर और छात्रों के लिए गंभीर परिणाम हो सकते हैं. लाखों छात्रों के लिए यह अकादमिक सत्र बेकार चला जायेगा. हम पहले ही छह महीने गंवा चुके हैं. यदि हम सितंबर में परीक्षाएं कराते हैं, तो हम कम-से-कम दिसंबर में तो आइआइटी में ऑनलाइन सत्र शुरू कर सकते है.
एनटीए का राज्यों को पत्र : परीक्षा केंद्र तक बसों का करें इंतजाम : जेईई व नीट में छात्रों को कोरोना संक्रमण से बचाव व सामाजिक दूरी नियम का पालन करवाने के लिए 40 मिनट के एक स्लॉट में सिर्फ सौ छात्रों को परीक्षा केंद्र में पहुंचना होगा. एनटीए ने राज्यों को पत्र लिखा है कि वे छात्रों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के लिए परिवहन व्यवस्था करें. जेईई में 8.58 लाख छात्र कंप्यूटर आधारित व नीट में 15.97 लाख छात्र पेपर-पेन आधारित परीक्षा के लिए एनटीए ने विशेष एसओपी तैयार किये हैं.
सोनिया के साथ बैठक सात राज्यों के सीएम बोले स्थगित हो परीक्षा : कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने परीक्षा टालने को लेकर गैर एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बुधवार को बैठक की. इसमें सात राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने कहा कि कोरोनामहामारी की स्थिति को देखते हुए स्थगित होनी चाहिए. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि परीक्षाओं को रोकने के लिए राज्यों को सुप्रीम कोर्ट का रुख करना चाहिए.
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन बोले – केंद्र समस्या की अनदेखी करता है, बात बिगड़ने पर राज्यों के मत्थे मढ़ देता है : रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कोरोना की परिस्थितियों को देखते हुए कुछ माह जेइइ-नीट की परीक्षा टाले जाने का सुझाव दिया है. उन्होंने कहा कि वह परीक्षा के पक्ष में हैं, लेकिन परिस्थितियों को देखते हुए अभी इसे टाला जाना चाहिए. मुख्यमंत्री कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा आयोजित गैर भाजपा शासित मुख्यमंत्रियों की अॉनलाइन बैठक को संबोधित कर रहे थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड में लगभग 23 हजार बच्चे जेइइ एवं 22 हजार बच्चे नीट की परीक्षा में शामिल होंगे.
परीक्षा केंद्र राज्य के मात्र पांच शहरों में सीमित है. जिस प्रकार से भारत सरकार ने प्रवासी मजदूरों की समस्या की पहले अनदेखी की एवं बाद में स्थिति बिगड़ने के बाद राज्यों के माथे मढ़ दिया था, उसी प्रकार अब यह बच्चों के साथ करेंगे.
जीवन बचाने के लिए लड़ाई लड़ी जा रही है. ऐसे में बिना समुचित व्यवस्था किये आखिर केंद्र सरकार कैसे परीक्षा लेने पर आमादा हो सकती है. अगर परीक्षा होती है, तो पूरी तरह से पब्लिक ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था को खोलना पड़ेगा, झारखंड में तो बड़ी संख्या में बच्चे बिहार, यूपी एवं अन्य पड़ोसी राज्यों से भी परीक्षा देने आयेंगे. श्री सोरेन ने कहा कि कुछ महीनों के लिए इन परीक्षाओं को टाल देने की मांग होनी चाहिए. अगर करवाना ही है तो केंद्र सही व्यवस्था करवाते हुए आगे बढ़े.
Post by : Pritish Sahay