नयी दिल्ली : निजामुद्दीन मरकज मामले के मुख्य आरोपी और तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना साद द्वारा दिल्ली के एक मस्जिद में शुक्रवार को जुमे की नमाज अदा करने की खबर सामने आई है. घटना सामने आने के पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया. माना जा रहा है कि पुलिस अब जल्द ही मौलाना पर गिरफ्तारी का शिकंजा कस सकती है.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार पिछले तीन महीने से होम कोरेंटिन में रह रहे मौलाना साद आज पहली बार पब्लिक प्लेस में दिखे. मौलाना साद दिल्ली के जाकिर नगर इलाके में एक मस्जिद में नमाज पढ़ने आये थे. हालांकि पुलिस को इसकी सूचना नहीं मिली सकी थी. बताया जा रहा है कि पुलिस मौलाना साद के गतिविधियों को ट्रेस कर रही है.
कोरोना रिपोर्ट के कारण देरी – दिल्ली पुलिस मुकदमा दर्ज होने के दो महीने बाद तक भी मौलाना साद को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है. पुलिस सूत्रों की मानें तो मौलाना साद ने अभी तक अपनी कोरोना रिपोर्ट जमा नहीं कराई है, जिसके कारण आगे की प्रक्रिया में देरी हो रही है. हालांकि पुलिस मौलाना के गिरफ्तारी के लिए कई जगह पर छामेपारी कर चुकी है.
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सीबीआई ने की थी जांच शुरू- तबलीगी जमात के फंड मामले की जांच पिछले दिनों ही सीबीआई के हाथों में सौंपी गई थी. सीबीआई ने कथित तौर पर संदिग्ध नकद लेन-देन करने और विदेशी चंदा प्राप्त करने की बात अधिकारियों से छिपाने को लेकर तबलीगी जमात के आयोजकों के खिलाफ एक प्रारंभिक जांच भी दर्ज की है.
अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में अबतक किसी खास व्यक्ति को नामजद नहीं किया है. यह जांच एक शिकायत पर दर्ज की गई, जिसमें कहा गया है कि जमात के आयोजक अवैध एवं अनुचित तरीकों से संदिग्ध नकद लेन-देन में संलिप्त हैं.
क्या है मामला- दिल्ली में मार्च के दूसरे हफ्ते में तबलीगी जमात का एक कार्यक्रम हुआ था. दिल्ली पुलिस के अनुसार निजामुद्दीन मरकज में हुए इस कार्यक्रम में हजारों जमाती इकट्ठा हुए. इन्हीं में से कई राज्यों के सैकड़ों लोगों को कोरोना संक्रमित पाया गया है. जामाता से जुड़े तेलंगाना में छह लोगों की मौत हो गयी थी. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में मौलाना साद सहित कई लोगों पर आपदा अधिनियम उल्लघंन के आरोप में मुकदमा दर्ज की है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra