Delhi Mayor Election: 16 फरवरी को होगा दिल्ली में मेयर का चुनाव, एलजी ने सत्र बुलाने की दी मंजूरी
Delhi Mayor Election: चुनाव से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने महापौर का चुनाव कराने के लिए दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) सदन के अगले सत्र की बैठक 16 फरवरी को बुलाने की मंजूरी दे दी है.
Delhi Mayor Election: दिल्ली में एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी ने बड़ी जीत हासिल की है. लेकिन अभीतक दिल्ली में मेयर चुनाव नहीं हो पाया है. आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच हुए विवाद ने इसे टाल दिया है. अब ऐसे में चुनाव से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने महापौर का चुनाव कराने के लिए दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) सदन के अगले सत्र की बैठक 16 फरवरी को बुलाने की मंजूरी दे दी है.
As recommended by Delhi CM, I approve proposal to convene adjourned 1st meeting of Municipal Corporation of Delhi on Thursday, 16th February at Dr SP Mukherjee Civic Centre for election of Mayor, Dy. Mayor and six members of the Standing Committee: Delhi LG
(File Pic) pic.twitter.com/WLtAKyuCgR— ANI (@ANI) February 12, 2023
आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह बताया गया है कि दिल्ली सरकार ने सदन का सत्र बुलाने का प्रस्ताव भेजा था. सरकार ने प्रस्ताव में 16 फरवरी को सत्र बुलाने की मांग की थी जिसे अब दिल्ली एलजी वीके सक्सेना की ओर से स्वीकार कर लिया गया है. बता दें इससे जुड़ा एक मामला सुप्रीम कोर्ट में भी है. सुप्रीम कोर्ट में 13 फरवरी को सुनवाई होने की उम्मीद है. बता दें कि आप के दो नेताओं ने समयबद्ध चुनाव की मांग और पीठासीन अधिकारी द्वारा नामित सदस्यों को महापौर चुनाव में मतदान करने और पदों के लिए चुनाव कराने के फैसले को चुनौती देने के लिए याचिका दायर की थी.
Also Read: Delhi Mayor Election: आज फिर से होगी MCD की बैठक, क्या इस बार दिल्ली को मिलेगा मेयर? तीनों बैठक चढ़ा लड़ाई के हत्थेइस याचिका पर 13 फरवरी को सुनवाई की उम्मीद है. जानकारी हो कि एमसीडी ने महापौर चुनने के लिए तीन बार बैठकें कीं – 6 जनवरी, 24 जनवरी और 6 फरवरी को – लेकिन हर बार सत्र राजनीतिक गतिरोध में समाप्त हुआ. पहली बैठक में आप और भाजपा के पार्षदों के बीच मारपीट के कारण चुनाव रद्द कर दिया गया. 24 जनवरी को दूसरी बैठक में सदन में कुछ ऐसी ही तस्वीर देखने को मिली. लेकिन निर्वाचित और मनोनीत सदस्यों को शपथ दिलाई गई. तीसरी बैठक में, भाजपा और आप पार्षदों के बीच लड़ाई के साथ सत्र 45 मिनट के भीतर स्थगित कर दिया गया.