Monkeypox: दिल्ली में मंकीपॉक्स का मिला एक और मरीज, बढ़ी संक्रमितों की संख्या, पहले मरीज को मिली छुट्टी

Monkeypox: दिल्ली में मिले मंकीपॉक्स के दूसरे मरीज की फिलहाल हालत स्थिर है. उसका इलाज दिल्ली सरकार द्वारा संचालित एलएनजेपी अस्पताल में किया जा रहा है. चिकित्सक उसकी निगरानी कर रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि मरीज को बुखार है तथा उसकी त्वचा पर फोड़े हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 2, 2022 4:54 PM
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Monkeypox: देश में मंकीपॉक्स के मामलों में इजाफा हो रहा है. ताजा मामला दिल्ली का है जहां सोमवार को मंकीपॉक्स का एक और केस सामने आया है. दिल्ली में मंकीपॉक्स संक्रमण का यह तीसरा मामला है. दरअसल, दिल्ली में रहने वाले एक नाइजीरियन शख्स में मंकीपॉक्स (Monkeypox Symptoms) के लक्षण पाए गए. इस शख्स का भी हाल के दिनों में किसी तरह के यात्रा रिकार्ड नहीं रहा है. वहीं, दिल्ली में मंकीपॉक्स का तीसरा केस आने के बाद दहशत बढ़ गई है.

संक्रमित मरीज की हालत स्थिर: दिल्ली में मिले मंकीपॉक्स के मरीज की फिलहाल हालत स्थिर है. उसका इलाज दिल्ली सरकार द्वारा संचालित एलएनजेपी अस्पताल में किया जा रहा है. चिकित्सक उसकी निगरानी कर रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि मरीज को बुखार है तथा उसकी त्वचा पर फोड़े हैं. इधर दिल्ली में अन्य दो संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट अभी नहीं आई है. बता दें, देश में अब तक मंकीपॉक्स के सात मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से दो मामले दिल्ली के थे.

मंकीपॉक्स के पहले मरीज को मिली अस्पताल से छुट्टी: इधर, लोक नायक जयप्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल में भर्ती दिल्ली के मंकीपॉक्स के पहले मरीज को छुट्टी दे दी गई है. पश्चिमी दिल्ली का यह निवासी पिछले महीने मंकीपॉक्स से संक्रमित पाया गया था. अधिकारियों ने बताया कि उनके संपर्क में आए चिकित्सा सहित 14 लोगों को पृथक किया गया था, लेकिन इनमें से किसी में भी कोई लक्षण नहीं दिखा.

सरकार ने शुरू की मंकीपॉक्स से निपटने की तैयारी, इधर दिन ब दिन मंकी पॉक्स के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि कोरोना के अनुभवों से सीख लेते हुए सरकार ने पहले ही मंकीपॉक्स से निपटने की तैयारी आरंभ कर दी थी. उन्होंने कहा कि भारत में मंकीपॉक्स का पहला मामला 14 जुलाई को सामने आया था. आज की तारीख तक आठ मामले सामने आए हैं. इनमें पांच मामले ऐसे हैं, जिनमें संक्रमित लोग विदेशों से भारत आए हैं.

मांडविया ने कहा कि वैसे तो किसी भी बीमारी को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए, लेकिन मंकीपॉक्स से घबराने या डरने की आवश्यकता नहीं है. इससे ज्यादा खतरा नहीं है. थोड़ा भी सतर्क रहा जाए तो हम इसे नियंत्रित कर सकते हैं.

भाषा इनपुट के साथ

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