New Delhi Assembly Seat: नई दिल्ली विधानसभा सीट को लेकर विवाद तेज हो गया है, जहां से आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल चौथी बार चुनाव लड़ रहे हैं. जिला निर्वाचन अधिकारी ने ‘आप’ पर चुनावी प्रक्रिया में दबाव डालने और ऐसी जानकारी मांगने का आरोप लगाया है, जिसे साझा करने की अनुमति नहीं है. इस आरोप पर ‘आप’ के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने तीखा जवाब दिया. उन्होंने कहा कि जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) कोई लाट साहब नहीं हैं, और अगर कोई शिकायत होती है, तो उन्हें ही बताया जाएगा. संजय सिंह ने यह भी कहा कि डीएम का प्रोटोकॉल सांसद के मुकाबले बहुत नीचे है, और अधिकारी को सम्मानित महसूस करना चाहिए कि एक सांसद उनके कार्यालय तक गया.
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संजय सिंह ने एएनआई से बातचीत में नई दिल्ली के डीएम और जिला निर्वाचन अधिकारी के आरोपों का खंडन करते हुए कहा, “वह कोई लाट साहब नहीं हैं. उनकी जिम्मेदारी हमारे प्रति है. उनका काम चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्षता से संचालित करना है. अगर चुनाव से जुड़ी कोई शिकायत होगी, तो डीएम से नहीं करेंगे? डीएम को सोचना चाहिए कि एक सांसद होकर हम उनके कार्यालय तक गए, जो प्रोटोकॉल में उनसे ऊपर हैं. उन्हें सम्मानित महसूस करना चाहिए, न कि इस तरह के बयान देने में शर्म आनी चाहिए.”
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चुनाव अधिकारी को डराने-धमकाने के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए संजय सिंह ने कहा, “हमने केवल अपने चुनावी क्षेत्र की वोटर लिस्ट और फर्जी आपत्तियों के बारे में जानकारी मांगी थी. क्या यह डराना-धमकाना होता है? केंद्रीय चुनाव आयोग को ऐसे अधिकारियों के बयान का संज्ञान लेना चाहिए, जो मुलाकात को धमकी बता रहे हैं. हम एक राजनीतिक दल हैं, और हमें 100 बार भी अधिकारी से मिलना पड़ेगा. जो अधिकारी मुलाकात को धमकी बताएगा, वह निष्पक्ष चुनाव कैसे कराएगा? यदि कोई गड़बड़ी होगी, तो अधिकारी से ही मिलेंगे. इसे धमकी कहना अजीब होगा. किसी अधिकारी का अहंकार इतना भी नहीं बढ़ना चाहिए कि वह खुद को सातवें आसमान पर समझे.”
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