डॉक्टरों पर फूलों की बारिश दिखावा, मोदी सरकार पर फूटा राहुल-प्रियंका का गुस्सा, कहा- हो रही अन्याय की बारिश

कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी दिल्ली में डॉक्टरों के खिलाफ सोमवार को हुई पुलिसिया कार्रवाई का विरोध किया है. राहुल-प्रियंका ने केन्द्र की मोदी सरकार को इसके खिलाफ जमकर खरी खोटी सुनाई. राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि, डॉक्टरों पर फूलों की बारिश महज एक दिखावा था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 28, 2021 8:40 AM
an image

कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी दिल्ली में डॉक्टरों के खिलाफ सोमवार को हुई पुलिसिया कार्रवाई का विरोध किया है. राहुल-प्रियंका ने केन्द्र की मोदी सरकार को इसके खिलाफ जमकर खरी खोटी सुनाई. राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि, डॉक्टरों पर फूलों की बारिश महज एक दिखावा था, वास्तव में उनपर अन्याय की बारिश हो रही है. उन्होंने कहा कि, मैं केंद्र सरकार के अत्याचार के खिलाफ कोविड वॉरियर्स के साथ खड़ा हूं.

गौरतलब है कि, दिल्ली में रेजिडेंट डॉक्टर एनईईटी-पीजी काउंसलिंग में देरी के विरोध को लेकर सड़कों पर उतरे थे. इसके साथ ही डॉक्टरों ने स्वास्थ्य सेवाओं को बंद करने की घोषणा कर दी थी. इसके कारण कल देर रात तक दिल्ली के अधिकतर सरकारी अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएं प्रभावित रहीं.

प्रियंका गांधी ने लगाया ये आरोप: इधर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट कर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, कोरोना के समय में इन युवा डॉक्टरों ने अपनों से दूर रहकर पूरे देश के नागरिकों का साथ दिया. अब समय है कि पूरा देश डॉक्टरों के साथ खड़े होकर इन पर पुलिस बल प्रयोग करने वाले व इनकी मांगों को अनसुना करने वाले नरेंद्र मोदी जी को नींद से जगाएं. डॉक्टरों को झूठा पीआर (जनसंपर्क) नहीं, सम्मान व हक चाहिए.

बता दें, फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन बीते कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन छेड़ रखा है. इसी कड़ी में नीट-पीजी 2021 की काउंसलिंग में हो रही देरी को लेकर सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों ने बीते दिन सोमवार को मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज से उच्चतम न्यायालय तक एक मार्च निकाला. इस बीच दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारी चिकित्सकों को रोक दिया. जहां, डॉक्टरों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई. घटना के बाद पुलिस एक दर्जन से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया.

Posted by: Pritish Sahay

Exit mobile version