Loading election data...

दिल्ली एमसीडी चुनाव में राजनीतिक दलों की बढ़ी सक्रियता, भाजपा जल्द जारी करेगी चुनावी घोषणापत्र

Delhi MCD Election: एमसीडी चुनाव के लिए भाजपा का घोषणापत्र महिला केंद्रित हो सकता है. भाजपा बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने और संपत्ति कर में महिलाओं को छूट देने का वादा कर सकती है.

By Piyush Pandey | November 24, 2022 11:03 AM

दिल्ली निकाय चुनाव (MCD) से पहले सभी दलों की सक्रियता तेज हो गई है. भाजपा एक-दो दिनों के भीतर घोषणापत्र जारी कर सकती है. बताते चले कि भाजपा का घोषणापत्र महिला केंद्रित हो सकता है. वहीं, संपत्ति कर में छूट देने का वादा कर सकती है. इसके अलावा कांग्रेस ने भी एमसीडी में सत्ता में आने पर निजी आवासीय इमारतों का बकाया माफ करने का वादा किया है. एमसीडी चुनाव 4 दिसंबर को होना है.

भाजपा का घोषणापत्र होगा महिला कंद्रित

एमसीडी चुनाव के लिए भाजपा का घोषणापत्र महिला केंद्रित हो सकता है. भाजपा बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने और संपत्ति कर में महिलाओं को छूट देने का वादा कर सकती है. पार्टी नेताओं ने बुधवार को यह जानकारी दी. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि अगर पार्टी एमसीडी चुनाव जीतती है तो वह शहर में 100 से अधिक पार्किंग स्थल विकसित करेगी और पार्किंग की समस्या समाप्त करेगी. इससे पहले, दिल्ली भाजपा ने झुग्गीवासियों को फ्लैट देने का वादा करते हुए ‘वचन पत्र’ जारी किया था, जिस प्रकार हाल ही में कालकाजी इलाके में भूमिहीन कैंप जेजे क्लस्टर को 3,024 फ्लैट सौंपे गए हैं.

निजी आवासीय इमारतों का बकाया होगी माफ- कांग्रेस

कांग्रेस की दिल्ली इकाई ने बुधवार को कहा कि एमसीडी के आगामी चुनावों में सत्ता में आने पर वह निजी आवासीय इमारतों का बकाया माफ कर देगी. पार्टी की दिल्ली इकाई के प्रमुख अनिल चौधरी ने हाउस टैक्स-पिछला माफ, अगला हॉफ अभियान शुरू करते हुए कहा कि उनकी पार्टी संपत्ति कर में 50 प्रतिशत की कमी करेगी.

Also Read: एमसीडी चुनाव: ‘आज बीजेपी दिल्ली पर हमला करेगी’, बोले अरविंद केजरीवाल- करारा जवाब मिलेगा
आप और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी

एमसीडी चुनाव जीतने के लिए सभी पार्टियां अपनी पूरी ताकत झोंक रही हैं. इस बीच भाजपा और आप के बीच आरोप- प्रत्यारोप का दौर जारी है. बीते दिन आप नेता मनीष सिसोदिया ने भाजपा को घेरते हुए कहा, भाजपा पिछले 15 साल से दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) पर शासन कर रही है. राष्ट्रीय राजधानी के निवासी नगर निकाय से ‘तंग’ आ चुके हैं और इस बार वे विकास के लिए काम करने वाली पार्टी को चुनेंगे.

(भाषा- इनपुट के साथ)

Next Article

Exit mobile version