Delhi News: राहुल गांधी देशभर से आए 200 किसान नेताओं से आज करेंगे मुलाकात

कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज दिल्ली में देशभर से आए किसान नेताओं से मुलाकात करेंगे. किसान नेता हल्लेवाल ने इस बात की जानकारी दी है. ऐसा माना जा रहा है की इस मुलाकात में राहुल गांधी एवं किसान, मानसून सत्र में MSP कानून गारंटी की मांग पर चर्चा करेंगे.

By Kushal Singh | July 22, 2024 10:03 AM

Delhi News: कांग्रेस नेता राहुल गांधी सोमवार (22 जुलाई) को किसान नेताओं से मुलाकात करेंगे. इसकी जानकारी किसान नेता जगजीत सिंह हल्लेवाला ने दी है. हल्लेवाला ने कहा है कि दिल्ली में आज किसनों की अहम बैठक होने जा रही है. इस बैठक में एसपी कानून लाने के लिए देश भर के 200 किसान नेट हिस्सा लेने जा रहे हैं. इस बैठक में मानसून सत्र में सरकार पर MSP कानून गारंटी की मांग को लेकर दबाव बनाए जानें पर चर्चा होगी. हल्लेवाला ने कहा कि इंडिया ब्लॉक ने लोकसभा चुनाव के दौरान, सरकार बनने पर किसानों की सभी मांग मानने की बात कही थी. लेकिन अब केंद्र में उनकी सरकार नहीं बनी है, फिर भी वह विपक्ष के रूप में इसमें बड़ी भूमिका निभा सकते हैं.

SKM फिर से शुरू करने जा रहा है किसान आंदोलन

SKM यानी संयुक्त किसान मोर्चा ने एक बार फिर से केंद्र सरकार के खिलाफ किसानों के आंदोलन की घोषणा की है. SKM द्वारा MSP कानून की गारंटी, ऋण माफी, फसल बीमा, किसानों और खेतिहर मजदूरों की पेंशन, बिजली के निजीकरण को वापस लेने और अन्य मांगों को लेकर आंदोलन शुरू करने का फैसला किया है. इसके साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा ने कृषि के लिए अलग बजट, केंद्र सरकार में सहकारिता विभाग को समाप्त करने, कृषि इनपुट पर जीएसटी नहीं लगाने की मांग की है. बताते चलें कि SKM ने राज्य सरकारों के अधिकार को सुनिश्चित करने के लिए जीएसटी अधिनियम में संशोधन की मांग की है. SKM ने केंद्र पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा है कि वह 16, 17, 18 जुलाई 2024 को प्रधानमंत्री, विपक्ष के नेता और संसद सदस्यों को ज्ञापन सौंपा.

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आखिर क्या होता है MSP कानून, जिसकी गारंटी की मांग कर रहे है किसान

देश में किसान आंदोलन के समय से ही MSP कानून गारंटी की मांग की जा रही है. MSP यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य वह न्यूनतम मूल्य है, जिस पर सरकार किसानों से उनकी फसल खरीदती है. फसल की बुवाई के दौरान ही इसकी कीमत तय कर दी जाती है. बाजर में कीमत घटने या बढ़ने के बाद भी एमएसपी में कोई बदलाव नहीं किया जाता है. सरकार द्वारा MSP विभिन्न कारकों को ध्यान में रखकर तय किया जाता है. इसे कृषि लागत और मूल्य आयोग CACP की सिफारिशों पर तय किया जाता है. एमएसपी तय करने के लिए सरकार फसल के लिए उत्पाद की लागत, बाजार में इसकी कीमत, मांग और आपूर्ति की स्थितियां आदि को देखती हैं. वर्तमान MSP में 23 फसलों पर लागू की गई है. इनमें 7 अनाज जैसे ज्वार, बाजरा, मक्का, गेहूं, धान, जौ और रागी शामिल हैं. साथ ही, 5 दालें- मूंग, अरहर, चना, उड़द और मसूर के अलावा, 7 तिलहन भी आते हैं. इनमें सोयाबीन, कुसुम, तिल, सूरजमुखी, मूंगफली, तोरिया-सरसों और नाइजर बीज होती है. यही नहीं, इन फसलों की लिस्ट में 4 कमर्शियल फसलें- कपास, खोपरा, गन्ना और कच्चा जूट भी शामिल है.

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