होली नहीं मनाएंगे दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, देश की बेहतरी के लिए पूरे दिन करेंगे प्रार्थना
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस बार होली नहीं मनाएंगे. उन्होंने देश की बेहतरी के लिए पूरे दिन चलने वाली पूजा शुरू करने से पहले आज राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी.
Holi Celebration in Delhi 2023: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल इस बार होली नहीं मनाएंगे. सीएम केजरीवाल ने बुधवार को देश की बेहतरी के लिए पूरे दिन चलने वाली पूजा शुरू करने से पहले राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी.
होली के अवसर पर देश के लिए प्रार्थना करेंगे केजरीवाल
इससे पहले, मंगलवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वह होली के अवसर पर देश के लिए प्रार्थना करेंगे. उन्होंने दावा किया कि जो अच्छा काम कर रहे हैं, उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है, जबकि देश को लूटने वाले बच रहे हैं. सीएम केजरीवाल ने डिजिटल संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि वह देश के हालात को लेकर चिंतित हैं.
केजरीवाल का आरोप
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दावा किया था कि दिल्ली के स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र को 65 साल से नजर अंदाज किया गया और मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने कड़ी मेहनत कर गरीबों के लिए बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा सुनिश्चित की. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आरोप लगाया था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें यानि सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया को उनके देश के लिए किए गए अच्छे कामों के लिए जेल में डाल दिया, जबकि देश को लूटने वालों को गले लगाया जा रहा है.
केजरीवाल ने होली, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई दी
इसके साथ ही, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को होली और अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई दी. उन्होंने होली पर लोगों के सुख-समृद्धि की कामना की. केजरीवाल ने ट्वीट किया, सभी देशवासियों को होली के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं. रंगों का ये त्योहार आप सभी के जीवन में सुख-समृद्धि और ढेर सारी खुशियां लाए. समाज में हमारे आपसी भाईचारे की नींव और मजबूत हो. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर पूरे महिला समुदाय को बधाई दी. उन्होंने ट्वीट किया, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मैं सम्पूर्ण नारी शक्ति को नमन करता हूं. महिलाएं ही हमारे घर और समाज को संस्कार और आकार देती हैं. हमारे पूरे समाज की जिम्मेदारी है कि उन्हें आगे बढ़ने में अवसर, हौसला और समर्थन दें.