स्वर्णिम विजय पर्व: मजहब के नाम पर हुआ देश का बंटवारा, राजनाथ सिंह ने जताई आपत्ति, पाकिस्तान को जमकर लताड़ा

केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्वर्णिम भारत पर्व कार्यक्रम का उद्घाटन किया. आझ के ही दिन भारत ने पाकिस्तान पर हासिल किया था. इस जीत ने दक्षिण एशिया के इतिहास और भूगोल दोनों को बदल कर रख दिया था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 12, 2021 12:00 PM
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केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने आज यानी रविवार को स्वर्णिम विजय पर्व (Swarnim Vijay Parva) कार्यक्रम का उद्घाटन किया. समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज का दिन भारतीय सेनाओं के लिए काफी खास है. आज के ही दिन भारत ने पाकिस्तान पर ऐतिहासिक जीत हासिल की थी.

वीरों ने बदल दिया था दक्षिण एशिया का इतिहास और भूगोल: केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आज का कार्यक्रम उसी शानदार जीत के उपलक्ष्य में है, जो भारत ने पाकिस्तान पर हासिल किया था. इस जीत ने दक्षिण एशिया के इतिहास और भूगोल दोनों को बदल कर रख दिया था. उन्होंने ये भी कहा कि भारत की उस जीत से बांग्लादेश में भी लोकतंत्र की स्थापना हो सकी.

वीरता के लिए हमेशा देश करेगा नमन: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि, आज वो भारत के प्रत्येक सैनिक की वीरता और बलिदान को नमन करते हैं, जिसके कारण भारत ने 1971 का युद्ध जीता. पूरा देश उनके अमिट बलिदान के लिए हमेशा उनका ऋणी रहेगा. उन्होंने कहा कि, आज हम बहुत खुश हैं कि पिछले 50 वर्षों में बांग्लादेश विकास के पथ पर आगे बढ़ा है.

विभाजन एक ऐतिहासिक गलती: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि, 1971 का भारत पाकिस्तान युद्ध (India Pakistan War 1971) को दुनिया के सबसे निर्णायक युद्धों में से एक गिना जाएगा. उन्होंने कहा कि 1971 का युद्ध हमें यह भी बताता है कि मजहब के आधार पर हुआ भारत का विभाजन एक ऐतिहासिक गलती थी. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का जन्म एक मजहब के नाम पर हुआ. लेकिन पाकिस्तान कभी एक नहीं रह सका.

पाकिस्तान को लताड़ा: राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को कई मुद्दों को लेकर लताड़ा है. राजनाथ सिंह ने कहा कि 1971 की हार के बाद पाकिस्तान भारत विरोधी अभियान में जुटा है. वो आतंकियों के जरिए छद्म युद्ध लड़ रहा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपने मिलाइलों की नाम गोरी, गजनवी और अब्दाली रखता है. ये वो लोग है जिन्होंने भारत में रक्तपात किया है. उन्होंने ये भी कहा कि वहीं, भारत अपने मिसाइलों का नाम आकाश, पृथ्वी, अग्नि रखता है.

समारोह में राजनाथ सिंह ने दिवंगत जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत 11 अन्य शहीद जवानों के निधन पर भी शोक जताया. उन्होंने कहा कि इन वीरों के निधन के कारण ही स्वर्णिम विजय पर्व को सादगी से मनाने का फैसला किया गया है. उन्होंने ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की.

Posted by: Pritish Sahay

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