दिल्ली : कोरोना संक्रमित व्यक्ति के शरीर में 37 दिन तक जीवित रह सकता है. लांसेट में प्रकाशित एक अध्ययन में दावा किया गया है कि इस बीमारी की चपेट में आने पर ठीक होने में 37 दिन तक का समय लग सकता है. संक्रमित रहने की न्यूनतम अवधि आठ दिन है, लेकिन यह बहुत कम लोगों में पायी गयी. शोधकर्ताओं ने कहा कि स्वस्थ हो चुके लोगों पर अध्ययन को आधार मानते हुए निर्धारित किया गया है कि वायरस के शरीर में जीवित रहने की अवधि औसत 20 दिन है.
अध्ययन में पाया गया कि जिन मरीजों को उपचार के दौरान एचआइवी/एड्स रोधी दवाएं लोपिनावीर और रिटोनावीर दी गयी, वे महज 14 दिनों में ठीक हो गये, यानी उनमें इस वायरस का प्रभाव जल्दी खत्म हुआ. गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों में 97% की मृत्यु हो गयी.
05-11 दिन लग सकते हैं लक्षण दिखने में : जॉन हापकिन्स यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन में दावा किया गया है कि संक्रमण शुरू होने की औसत अवधि 5.1 दिन है. संक्रमण के लक्षण दिखने में अधिकतम 11.5 दिन लग सकते हैं. अभी 14 दिनों तक संक्रमण के लक्षण विकसित होने की अवधि मानी जाती है.
ब्रिटेन : प्रिंस चार्ल्स ने टालीं अपनी सभी यात्राएं : कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन प्रतिबंध समेत कई उपायों को अपनाने पर विचार कर रहे हैं. वहीं, महारानी लिजाबेथ द्वितीय ने अगले हफ्ते के लिए निर्धारित कई कार्यक्रमों को एहतियातन स्थगित कर दिया है. उनके बड़े बेटे प्रिंस चार्ल्स ने बोस्निया, साइप्रस और जॉर्डन की यात्रा टाल दी है. ब्रिटेन में अब तक कोरोना के 798 मामले सामने आये हैं.
ब्रिटेन में नवजात संक्रमित, मां और बेटे को रखा गया अलग : ब्रिटेन में एक नवजात शिशु को कोरोना से संक्रमित पाया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, एक गर्भवती महिला पिछले हफ्ते निमोनिया टेस्ट कराने लंदन के एक अस्पताल पहुंची थी. यहीं उसने बच्चे को जन्म दिया. महिला का कोरोना टेस्ट भी किया गया. यह पॉजिटिव आया. बाद में बच्चे की भी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आयी. फिलहाल, मां और बच्चे का अलग-अलग रखा गया है.