दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर? पहली बार एक दिन में आये 5000 से ज्यादा नये केस

Coronavirus Pandemic in Delhi नयी दिल्ली : दिल्ली (Delhi) में बुधवार को कोरोनावायरस संक्रमण (Coronavirus Pandemic) के 5,673 नये मामले सामने आये हैं. मार्च से लेकर अब तक दिल्ली में एक दिन में इतने मामले कभी नहीं आए. ऐसा पहली बार हुआ है कि दिल्ली में एक दिन में कोविड-19 (Covid-19) के 5 हजार से ज्यादा नये मामले सामने आये हैं. इसके साथ ही दिल्ली में संक्रमण के आंकड़े बढ़कर 3 लाख 70 हजार के पार चले गये हैं. इसे कोरोना की तीसरी लहर माना जा रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 29, 2020 10:26 AM

Coronavirus Pandemic in Delhi नयी दिल्ली : दिल्ली (Delhi) में बुधवार को कोरोनावायरस संक्रमण (Coronavirus Pandemic) के 5,673 नये मामले सामने आये हैं. मार्च से लेकर अब तक दिल्ली में एक दिन में इतने मामले कभी नहीं आए. ऐसा पहली बार हुआ है कि दिल्ली में एक दिन में कोविड-19 (Covid-19) के 5 हजार से ज्यादा नये मामले सामने आये हैं. इसके साथ ही दिल्ली में संक्रमण के आंकड़े बढ़कर 3 लाख 70 हजार के पार चले गये हैं. इसे कोरोना की तीसरी लहर माना जा रहा है.

बुधवार को दिल्ली में एक दिन में इस संक्रमण से 40 लोगों की मौत हो गयी. इसके साथ ही मृतकों की संख्या बढ़कर 6,396 हो गयी है. दिल्ली में फिलहाल 29,378 एक्टिव मामले हैं, जिनका इलाज चल रहा है. यहां कुछ दिनों से कोविड-19 के मामलों में तेजी देखने को मिल रही है. मंगलवार को भी एक दिन में 4,853 नये मामले सामने आये थे.

विशेषज्ञों का मानना है कि लोगों की लापरवाही के कारण मामले बढ़ रहे हैं. त्योहारों में एक दूसरे से मिलना, मास्क का नियमित इस्तेमाल नहीं करना और सोशल डिस्टैंसिंग का पालन नहीं करना भी मामलों के बढ़ने का एक कारण है. इसके साथ ही सैंपल जांच में तेजी की वहज से भी ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. कुछ जानकारों का मानना है कि दिल्ली के प्रदूषण के कारण भी कोरोना के मामलों में तेजी आ सकती है.

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एम्स के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने पहले भी कहा था कि अगर इसपर काबू नहीं पाया गया तो स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा सकती है. उन्होंने कहा था कि बदलता मौसम, प्रदूषण और लोगों की लापरवाही कोरोना के मामलों के बढ़ने की एक वजह है. बता दें कि दिल्ली में कोरोना की पहली लहर जून में देखने को मिली थी. जबकि सितंबर में दिल्ली कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में थी. उस समय एक दिन में मामले 4400 से ज्यादा आ रहे थे.

कोविड-19 के पहले मरीज ने दी चेतावनी

दिल्ली में कोविड-19 के पहले मरीज रोहित दत्ता जिनके एक मार्च 2020 को कोविड-19 होने की पुष्टि हुई थी ने लोगों से अपील की कि वे उत्सव के समय एहतियाती उपायों को नजरअंदाज नहीं करें. दत्ता (46) ने फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘मुझे कोविड-19 होने की पुष्टि तब हुई जब वायरस चीन और कुछ देशों में पहले ही तबाही मचा चुका था. मैं दिल्ली का पहला कोविड-19 मरीज था. उस समय भय और अस्थिरता बहुत थी. हालांकि, तमाम अनुसंधान के बावजूद अब भी वायरस के व्यवहार का पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता है.’

दत्ता ने कहा, ‘अब भी हालत ठीक नहीं हुए हैं और टीके पर काम हो रहा है. इस त्योहार के मौसम में लक्षण वाले और बिना लक्षण वाले संक्रमितों के जरिये बड़े पैमाने पर संक्रमण फैलने की आशंका है.’ दिवाली से पहले उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि जरूरी होने पर ही घरों से पूरी एहतियात के साथ निकले. दत्ता ने लोगों से अपील करते हुए कहा, ‘अगर आप अपने परिवार से प्यार करते हैं तो इस दिवाली अपने घरों पर ही रहें.’

भाषा इनपुट के साथ

Posted By: Amlesh Nandan.

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