नयी दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को ‘संडे संवाद’ कार्यक्रम में स्वीकार किया कि उत्सव के दौरान लापरवाही बरतने के कारण कम्यूनिटी ट्रांसमिशन के चरण तक भारत पहुंच चुका है. हालांकि, यह संख्या कुछ राज्यों और जिलों तक ही सीमित है. स्वास्थ्य मंत्री का यह बयान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि सूबे में कोविड-19 का कम्युनिटी स्प्रेड अब शुरू हो गया है.
‘संडे संवाद’ के छठे संस्करण में उन्होंने केरल में ओणम उत्सव के दौरान बरती गयी लापरवाही के मद्देनजर कहा कि सभी राज्यों के लिए यह सबक होना चाहिए, जो त्योहारों को लेकर लापरवाही बरत रहे हैं. केरल में शनिवार को संक्रमण के मामलों की संख्या 3.3 लाख हो गयी, वहीं मृतक संख्या 1,139 पर पहुंच गयी. मालूम हो कि 22 अगस्त को मनाये गये ओणम उत्सव से पहले राज्य में संक्रमण के करीब 54,000 मामले थे. वहीं, 200 लोगों की मौत कोविड-19 की वजह से हुई थी.
हर्षवर्धन ने कोविड-19 संक्रमण के जोखिम से बचाव के लिए घर में ही परिजनों के साथ उत्सव मनाने की सलाह दी. उन्होंने भरोसा दिलाया कि देश में मेडिकल ऑक्सीजन की कमी नहीं है. केरल में कोविड-19 की संख्या वृद्धि पर हर्षवर्धन ने कहा कि 30 जनवरी से तीन मई के बीच सूबे में मात्र 499 मामले थे. वहीं, कोविड-19 से मात्र दो लोगों की मौत हुई थी. उन्होंने केरल में कोविड-19 की संख्या में वृद्धि के लिए ओणम उत्सव के दौरान लापरवाही को जिम्मेदार बताया.
मालूम हो कि भारत में कोविड-19 महामारी से ठीक होने की दर 88 प्रतिशत हो गयी है. यह एक बडी उपलब्धि है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि देश में स्वस्थ हुए रोगियों की कुल संख्या 65 लाख 97 हजार से अधिक हो गयी है. इस समय देशभर में सात लाख 83 हजार रोगियों का इलाज चल रहा है. मृत्यु दर 1.52 प्रतिशत हो गयी है, जो दुनिया में सबसे कम है. ठीक होनेवालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी से संक्रमित मरीजों की संख्या 10.45 प्रतिशत हो गयी है.
देश में पिछले 24 घंटों में 72 हजार से अधिक रोगी महामारी से स्वस्थ हुए हैं. वहीं, 61 हजार 871 नये मामले सामने आये हैं. देश भर में संक्रमित लोगों की संख्या 74 लाख से अधिक हो गयी है. आईसीएमआर के अनुसार, पिछले 24 घंटों में देशभर में कोविड महामारी के 9 लाख 70 हजार से अधिक परीक्षण कराये गये. इसके बाद देश में अब कुल 9 करोड़ 42 लाख कोविड-19 नमूनों के परीक्षण कराये जा चुके हैं.