Delhi Election 2025 Results: दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार भारतीय जनता पार्टी (BJP), आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस (Congress), तीनों बड़े राजनीतिक दलों ने दलबदलू नेताओं भरोसा किया. तीनों पार्टियाें ने दलबदलुओं के सहारे चुनाव जीतने की कोशिश की.
दलबदलू उम्मीदवार कहीं आगे, तो कहीं पीछे
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में दलबदलू उम्मीदवारों की स्थिति पर नजर डालें तो, कई पूर्व भाजपा नेता जिन्होंने आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल होकर टिकट हासिल किया था, वे अपनी सीटों पर पिछड़ती हुई नजर आ रहीं हैं. बात करें छतरपुर सीट की, तो यहां पर ब्रह्म सिंह तंवर, जो भाजपा छोड़कर AAP में शामिल हुए थे, वे भाजपा उम्मीदवार करतार सिंह तंवर के मुकाबले पीछे चल रहे हैं. इसके उलट, कुछ दलबदलू उम्मीदवार अपनी सीटों पर आगे चल रहे हैं. बदरपुर सीट पर AAP के राम सिंह नेताजी, जो भाजपा छोड़कर AAP में आये थे, वे भाजपा उम्मीदवार नारायण दत्त शर्मा से आगे चल रहे हैं.
किस पर टिकी है दलबदलू उम्मीदवारों की सफलता और असफलता?
कुछ दलबदलू उम्मीदवार जहां अपनी नयी पार्टी के समर्थन से जीत हासिल कर रहे हैं, वहीं कुछ अपनी पिछली पार्टी के विरोध से पिछड़ भी रहे हैं. कुल मिलाकर देखें, तो दलबदलू उम्मीदवारों की सफलता और असफलता स्थानीय मुद्दों, क्षेत्रीय समर्थन और पार्टी की नीतियों पर निर्भर करती है.
दलबदलू उम्मीदवारों को उतारने में ‘आप’ सबसे आगे रही
किसी दूसरी पार्टी से आये उम्मीदवारों को मैदान में उतारने के मामले में आप सबसे आगे रही. आप से दर्जनभर से ज्यादा दलबदलू नेताओं ने चुनावी मैदान में जोर-आजमाइश की. वहीं, भारतीय जनता पार्टी से 9 और कांग्रेस से 5 बागी नेताओं ने इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में दावा ठोका. इसमें कई नेता ऐसे भी हैं, जो भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों का हिस्सा रह चुके हैं और अब आप के टिकट पर चुनाव लड़े.