Moti Nagar Seat: बीजेपी के गढ़ मोती नगर सीट पर किसका पलड़ा है भारी? क्या है यहां के प्रमुख मुद्दे
Moti Nagar Seat: दिल्ली के मोती नगर सीट पर इस बार बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच मुकाबला दिलचस्प बन सकता है.
Moti Nagar Seat: दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार नजरें मोती नगर की सीट पर टिकी होंगी. यह सीट साल 1993 से 2013 तक बीजेपी के कब्जे में रही थी. बाद में यहां आम आदमी पार्टी ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली. पिछली बार इस सीट पर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी शिवचरण गोयल ने 14 हजार के बड़े अंतर से बीजेपी के सुभाष सचदेवा को पराजित कर दिया था. इस सीट पर कांग्रेस को मात्र 2% वोट ही मिला था. बात दें कि कांग्रेस की लहर में भी यह सीट बीजेपी के पास ही रही थी.
बीजेपी का गढ़ रहा है मोती नगर सीट
सेंट्रल दिल्ली का मोती नगर सीट पर बीजेपी का दबदबा रहा है. इस सीट पर कांग्रेस आज तक नहीं जीत पाई है. साल 1993 से लेकर 2013 तक यहां बीजेपी का ही विधायक रहा है. इसी सीट से मदन लाल खुराना जीत पर दिल्ली के मुख्यमंत्री बने थे. इस सीट पर सबसे बड़ा मुद्दा पार्किंग और गंदगी का है. इस बार मोती नगर सीट से आम आदमी पार्टी ने फिर एक बार अपमे मौजूद विधायक शिवचरण गोयल पर भरोसा जताया है.
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मोती नगर सीट से रहें विधायकों की लिस्ट
साल | विधायक | पार्टी |
2020 | शिवचरण गोयल | आम आदमी पार्टी |
2015 | शिवचरण गोयल | आम आदमी पार्टी |
2013 | सुभाष सचदेवा | भारतीय जनता पार्टी |
2008 | सुभाष सचदेवा | भारतीय जनता पार्टी |
2003 | मदन लाल खुराना | भारतीय जनता पार्टी |
1998 | अविनाश साहनी | भारतीय जनता पार्टी |
1993 | मदन लाल खुराना | भारतीय जनता पार्टी |
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