Bulletproof Jacket: DRDO ने बनाई भारत की सबसे हल्की बुलेटप्रूफ जैकेट, जानें खासियत

Bulletproof Jacket: रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने मंगलवार को एक बड़ी उपलब्धि हासिल की. जिससे देश की रक्षा में तैनात सैनिकों को बड़ी मदद मिलेगी. दरअसल DRDO ने सबसे हल्की बुलेटप्रूफ जैकेट तैयार किया है.

By ArbindKumar Mishra | April 24, 2024 7:50 AM
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Bulletproof Jacket: डीआरडीओ ने बीआईएस के उच्चतम खतरे के स्तर 6 से सुरक्षा के लिए सबसे हल्का बुलेटप्रूफ जैकेट विकसित किया है. रक्षा सामग्री और भंडार अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान (डीएमएसआरडीई), कानपुर ने इसे तैयार किया है.

गोला-बारूद से सैनिकों को बचाएगी बुलटप्रुफ जैकेट

डीएमएसआरडीई ने जो सबसे हल्की बुलेटप्रुफ जैकेट 7.62 x 54 आर एपीआई (बीआईएस 17051 के स्तर 6) तैयार किया है, वह सैनिकों को गोला-बारूद से सुरक्षा प्रदान करेगा.

जैकेट का चंडीगढ़ में किया गया था सफलतापूर्वक परीक्षण

हाल ही में इस बुलेटप्रूफ जैकेट का बीआईएस 17051-2018 के अनुसार टीबीआरएल, चंडीगढ़ में सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था. यह जैकेट एक नए डिजाइन पर आधारित है, जहां नई प्रक्रियाओं के साथ नयी सामग्री का उपयोग किया गया है.

DRDO ने 18 अप्रैल को किया था क्रूज मिसाइल का सफल प्रक्षेपण-परीक्षण

DRDO ने 18 अप्रैल को ओडिशा के चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण केंद्र से ‘स्वदेशी प्रौद्योगिकी क्रूज मिसाइल’ (आईटीसीएम) का सफल प्रक्षेपण-परीक्षण किया था. डीआरडीओ ने बताया कि परीक्षण के दौरान प्रक्षेपास्त्र की सभी उप-प्रणालियों ने अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन किया. इस प्रक्षेपास्त्र को अन्य प्रयोगशालाओं और भारतीय उद्योगों के योगदान के साथ बेंगलुरु स्थित डीआरडीओ की प्रयोगशाला वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान द्वारा विकसित किया गया है.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दी थी बधाई

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आईटीसीएम के सफल प्रक्षेपण-परीक्षण के लिए डीआरडीओ को बधाई दी थी. उन्होंने कहा था कि स्वदेश संचालित लंबी दूरी की ‘सब-सोनिक’ क्रूज मिसाइल का सफल निर्माण भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन के लिए एक प्रमुख उपलब्धि है.

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