जम्मू : ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में छह महीने तक कार्य करने के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन का मुख्य कार्यालय सिविल सचिवालय सोमवार से यहां काम करने लगेगा. केंद्र शासित प्रदेश में मौसम के अनुसार होनेवाले स्थानांतरण की इस प्रक्रिया को ‘दरबार स्थानांतरण’ कहा जाता है, जो लगभग 150 वर्षों से चली आ रही है.
अधिकारियों ने बताया कि जम्मू में राजभवन और पुलिस मुख्यालय सहित सिविल सचिवालय और अन्य कार्यालयों के सुचारू संचालन के लिए सारी व्यवस्थाएं, विशेष रूप से सुरक्षा संबंधी सारे इंतजाम कर लिये गये हैं.
कोविड-19 महामारी के कारण इस साल गर्मियों में जम्मू से श्रीनगर दरबार स्थानांतरण में देरी हुई थी. जम्मू में सभी कार्यालय नौ नवंबर को फिर से खुल रहे हैं. ‘दरबार स्थानांतरण’ की प्रथा 1872 में महाराजा गुलाब सिंह ने राज्य के दो क्षेत्रों में मौसम की स्थिति से निबटने के लिए शुरू की थी.
सर्दियों के छह महीनों के दौरान प्रशासन जम्मू से और गर्मियों के छह महीने के दौरान श्रीनगर से कामकाज संचालित होता है. जम्मू संभाग के पुलिस महानिरीक्षक मुकेश सिंह की अध्यक्षता में गुरुवार को एक बैठक की गयी थी.
बैठक में कार्यालयों को खोलने के लिए सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गयी. साथ ही अपने अधिकारियों को सीमावर्ती क्षेत्रों सहित पूरे जम्मू जिले में व्यापक सुरक्षा उपायों को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया.