250 करोड़ की राजस्व चोरी! छापेमारी में 2 करोड़ जब्त, ED ने सुभाष यादव को किया गिरफ्तार
ईडी ने बालू कारोबारी और ब्रॉडसन कंपनी के निदेशक सुभाष यादव को गिरफ्तार कर लिया है. रविवार की सुबह कोर्ट में पेशी के बाद उसे बेउर जेल भेज दिया गया.
प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने शनिवार देर रात बालू कारोबारी और ब्रॉडसन कंपनी के निदेशक सुभाष यादव को गिरफ्तार कर लिया है. रविवार की सुबह कोर्ट में पेश करने के बाद उन्हें बेऊर जेल भेज दिया गया. इडी सूत्रों का कहना है कि सोमवार को इडी विशेष कोर्ट से सुभाष यादव को रिमांड पर लेने की मांग की करेगी, ताकि आगे की छानबीन के लिए पूछताछ की जा सके. गौरतलब है कि बालू खनन करने वाली ब्रॉडसन कंपनी के सभी निदेशकों पर पहले ही इडी का शिकंजा कसा जा चुका है. सुभाष यादव लालू प्रसाद के करीबी नेता माने जाते हैं और 2019 लोकसभा चुनाव में वह झारखंड के चतरा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं.
सुभाष यादव के ठिकानों पर शनिवार को हुई थी छापेमारी
उल्लेखनीय है कि इडी ने शनिवार की सुबह-सुबह बालू कारोबारी सुभाष यादव के करीब छह ठिकानों पर बालू से जुड़े अवैध कारोबार और मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट में धावा बोला था. छापेमारी सुभाष यादव के दानापुर व मनेर स्थित आवास के अलावा मरछिया देवी अपार्टमेंट, दानापुर स्थित पानी प्लांट, शाहपुर थाना अंतर्गत आने वाले कार्यालय के अलावा अन्य स्थान पर की गयी थी. इसमें उनके ठिकाने से करीब दो करोड़ रुपए कैश के अलावा बड़ी संख्या में निवेश और जमीन से जुड़े कागजात जब्त किये थे. छापेमारी के दौरान सुभाष यादव और उनके एक रिश्तेदार अशोक यादव से जांच अधिकारियों ने कई पहलुओं पर पूछताछ भी की.
बिना चालान या गलत चालान की बिनाह पर 250 करोड़ से अधिक का राजस्व चोरी
सुभाष यादव और उनके कुछ करीबी रिश्तेदारों से जुड़े इन सभी ठिकानों पर शनिवार को की गयी छापेमारी में दो करोड़ कैश का अलावा पटना, रांची समेत अन्य स्थानों पर जमीन-जायदाद से संबंधित बड़ी संख्या में कागजात तथा अनेक माध्यमों में निवेश से जुड़े काफी संख्या में दस्तावेज बरामद किए जा चुके हैं. फिलहाल सभी दस्तावेजों की सघन जांच चल रही है.
उनकी कंपनी ब्रॉडसन पर राज्य के विभिन्न बालू घाटों पर अवैध खनन और बिना चालान या गलत चालान पर 250 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व चोरी का मामला है. इस मामले में धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) और कई की काली कमाई के निवेश से जुड़े तथ्य सामने आने पर इडी ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू की है.
ब्रॉडसन कंपनी के सभी निदेशकों पर पहले ही कसा जा चुका है इडी का शिकंजा
सुभाष यादव के ठिकानों पर इससे पहले 2022 में आयकर विभाग ने कर चोरी के आरोप में छापेमारी की थी. इसमें करोड़ों की आयकर चोरी की संभावना व्यक्त की जा रही है. इडी बालू के अवैध कारोबार और कर चोरी के मामले में ब्रॉडसन कंपनी के अन्य निदेशकों पर पहले ही कार्रवाई कर चुकी है. उनके ठिकानों पर छापेमारी भी की गयी थी. इसी मामले में जदयू एमएलसी राधाचरण सेठ, कंपनी के एमडी अशोक गुप्ता, उनके बेटे कन्हैया कुमार समेत अन्य लोग जेल में हैं. सुभाष यादव इस कंपनी के अंतिम निदेशक हैं, जिन पर इडी ने कार्रवाई करते हुये गिरफ्तार करके जेल भेजा है.
और तेज होगी इडी की कार्रवाई
इडी की यह कार्रवाई राजद और लालू प्रसाद के लिए बड़े झटके के रूप में देखी जी रही है. शनिवार को ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पालीगंज की सभा में माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का ऐलान किया था. सुभाष
यादव के पार्टनर अशोक कुमार और अजय राय के ठिकानों पर छापेमारी जारी है. सुभाष यादव लालू प्रसाद के बेहद करीबी नेता माने जाते हैं.
कौन हैं सुभाष यादव
सुभाष मूल रूप से दानापुर अनुमंडल के हेतनपुर दियारा के रहने वाले हैं. छापेमारी के दौरान सुभाष यादव और उसके एक करीबी रिश्तेदार अशोक यादव से जांच अधिकारियों ने घंटों पूछताछ की थी. इससे पहले 2022 में आयकर विभाग ने आयकर चोरी के आरोप में उनके ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी. ब्रॉडसन कंपनी के झारखंड के कुछ निदेशक भी जेल में बंद हैं, जो झारखंड में भी कई बालू घाटों पर अवैध खनन के मामले में शामिल हैं. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में सुभाष यादव और उनके नेटवर्क से जुड़े कई लोगों के खिलाफ इडी जांच की कार्रवाई तेज करेगी.