शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी (Central Investigation Agency) एक बार फिर एक्शन में आ गई है. शुक्रवार सुबह से ही कोलकाता के विभिन्न हिस्सों में ईडी की तलाशी शुरू हो गई है. ईडी की 6 टीमों ने सुबह-सुबह नाकतला में पार्थ चटर्जी के करीबी कारोबारी के घर पर छापेमारी की. खबर है कि ईडी शिक्षकों की भर्ती से जुड़े वित्तीय भ्रष्टाचार के आरोपों में कारोबारी की भूमिका की जांच कर रही है. इसके अलावा बालीगंज, बांसद्रोणी, गोलपार्क समेत 6 जगहाें पर तलाशी चल रही है.
पार्थ चटर्जी के बेहद करीबी माने जाते है राजीव दे
नाकतल्ला के कारोबारी राजीव दे पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के करीबी माने जाते रहे हैं. मंत्री के करीबी होने के चलते उनका ‘श्रीराम कंस्ट्रक्शन’ नाम से कारोबार खूब फल-फूल रहा है. ईडी को खबर है कि राजीव दे शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार में शामिल हैं और उसी आधार पर केंद्रीय जांचकर्ताओं ने शुक्रवार को उनके घर की तलाशी ली.
प्रमोटर राजीव दे के घर व दफ्तर में ईडी की रेड
केंद्रीय बलों के साथ पहुंची ईडी की टीम ने व्यवसायी के एक कार्यालय और तीन फ्लैट पर छापा मारा, जिनमें से एक कोलकाता के दक्षिणी हिस्से में नकताला में पार्थ चटर्जी के घर के ठीक सामने है. ईडी अधिकारी ने बताया, ‘‘घोटाले में बिल्डर की अहम भूमिका है. ऐसा प्रतीत होता है कि उसने (बिल्डर) घोटाले से प्राप्त धन को विभिन्न परियोजनाओं में निवेश करने में चटर्जी की मदद की थी.केंद्रीय एजेंसी ने सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में भर्ती में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में चटर्जी को जुलाई 2022 में गिरफ्तार किया था.
ईडी कथित घोटाले के संबंध में पहले भी बिल्डर से दो बार कर चुकी है पूछताछ
ईडी कथित घोटाले के संबंध में पहले भी बिल्डर से दो बार पूछताछ कर चुकी है.अधिकारी ने बताया, ‘‘बिल्डर के कब्जे से जब्त किए गए कई दस्तावेजों और बैंक विवरणों से यह साबित होता है कि चटर्जी ने प्राथमिक विद्यालय घोटाले से प्राप्त धन को निवेश करने में उसकी मदद ली थी. ईडी अधिकारी दक्षिण कोलकाता के गोलपार्क इलाके में एक सुनार की दुकान और आवास पर भी छापेमारी कर रहे हैं . सूत्रों ने बताया कि बिल्डर और सुनार ने पूर्व मंत्री को विभिन्न परियोजनाओं और योजनाओं में निवेश करने में मदद की थी.