Gujarat Election 2022: महेसाणा विधानसभा सीट से ‘आप’ ने इसे उतारा मैदान में, जानें क्यों खास है यह सीट

Gujarat Election 2022: मेहसाणा सीट की बात करें तो 58 साल पहले यहां पर 1962 में पहली बार विधानसभा चुनाव कराये गये थे. इस चुनाव में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की महिला उम्मीदवार शांताबेन पटेल ने जीत का परचम लहराया था. जानें अभी के हालात

By Amitabh Kumar | October 21, 2022 9:43 AM

Gujarat Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) ने 20 उम्मीदवारों की अपनी छठी सूची जारी की जिसके बाद कई क्षेत्र का चुनावी तापमान बढ़ गया है. यहां चर्चा कर दें कि ‘आप’ ने अब तक गुजरात में 182 विधानसभा सीटों में से 73 पर अपने प्रत्याशियों के नाम घोषित करने का काम किया है. छठी सूची पर नजर डालें तो ‘आप’ ने जिन 20 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित किये हैं, उनमें से 10 पर इस समय सत्तारूढ़ दल यानी भाजपा के विधायक हैं जबकि नौ पर कांग्रेस के विधायक हैं और एक सीट पर कांग्रेस समर्थित निर्दलीय विधायक का कब्जा है.

‘आप’ के द्वारा जारी 20 सीट में तीन अनुसूचित जनजातियों के लिए और एक अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. पार्टी ने मेहसाणा विधानसभा सीट पर आप ने भगत पटेल को उतारा है जहां से इस समय भाजपा नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल विधानसभा में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.

मेहसाणा क्‍यों है भाजपा के लिए अहम सीट

मेहसाणा सीट की बात करें तो 58 साल पहले यहां पर 1962 में पहली बार विधानसभा चुनाव कराये गये थे. इस चुनाव में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की महिला उम्मीदवार शांताबेन पटेल ने जीत का परचम लहराया था. 1990 में मेहसाणा विधानसभा सीट पर पाटीदार समाज के कारण भाजपा के खोडाभाई पटेल चुनाव जीते थे. वर्ष 2002 और 2007 में अनिल पटेल पर भाजपा ने भरोसा जताया था. पार्टी की उम्मीद पर वे खरे भी उतरे थे. अब बात 2012 और 2017 के चुनाव की करते हैं.

Also Read: Gujarat Election 2022: जानिए कैसा है गुजरात चुनाव का भौगोलिक समीकरण, किस जिले में कितनी विधानसभा सीट?
पाटीदार आंदोलन को लेकर चर्चा में रहा है क्षेत्र

इन दोनों चुनाव में भाजपा से नितिन पटेल चुनावी मैदान में उतरे थे. पाटीदार आंदोलन से बदले हुए राजनीतिक और सामाजिक समीकरण के बीच भी उन्होंने भाजपा को निराश नहीं किया और जीत दर्ज की. अब इस विधानसभा में ये देखने वाली बात होगी कि नितिन पटेल को भाजपा फिर से चुनावी मैदान में उतारेगी या किसी और नये चेहरे को उम्मीदवार बनाती है. यदि आपको याद हो तो महेसाणा से ही पाटीदार आरक्षण आंदोलन की शुरुआत करते हुए हार्दिक पटेल ने हुंकार भरी थी.

Next Article

Exit mobile version