गुजरात निकाय चुनाव के पहले सूबे की राजनीति गरमा गई है. खुद की पार्टी एआईएमआईएम को भाजपा की बी टीम बताने पर असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस पर हमला किया है. भरुच जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी पर बीजेपी की बी-टीम होने का आरोप क्यों लगाया जाता है… गुजरात में कांग्रेस के कारण है भाजपा तीन दशक से राज कर रही है.
आगे उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियां मामा-भांजा की तरह थे, बी टीम के तर्क को खारिज करते हुए ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी तो अभी गुजरात में आई है. एआईएमआईएम के प्रमुख ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत केंद्र सरकार पर भी हमला किया और कहा कि प्रदर्शनकारी किसानों को रोकने के लिए दिल्ली में राजमार्ग को खोदने और कीलें लगाने के बदले सरकार को यही कदम चीन की आक्रमकता को रोकने के लिए लद्दाख में उठाना चाहिए था.
चुनावी रैली को संबोधित करते हुए ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वह किसानों की ‘मन की बात’ को सुनें. उनका इशारा प्रधानमंत्री के मासिक रेडियो संबोधन की ओर था.
उन्होंने रैली में कहा कि यदि आपने लद्दाख में कीलें लगांई होती तो चीनी सैनिक भारत में नहीं घुसे होते. आपने लद्दाख में कीलें नहीं लगाई, जहां भारतीय सेना के 18 जवान शहीद हो गए. अगर आपका सीना 56 इंच का होता तो आप चीन को सबक सीखा चुके होते. उन्होंने कहा कि मोदीजी ने एक बार भी चीन का नाम तक नहीं लिया. वह सभी लोगों का और सभी चीजों का नाम लेंगे लेकिन चीन का नहीं.
ओवैसी ने आरोप लगाया कि तीन कृषि कानून भारत के संविधान के खिलाफ है क्योंकि कृषि राज्य का विषय है इसलिए ऐसे में केंद्र का राज्य के विषय में कानून बनाने का कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि इस कानून का विरोध कर रहे किसानों को खालिस्तानी कहा जा रहा है और आदिवासी-दलितों को नक्सली और मुस्लिमों को जिहादी बताया गया.
भाषा इनपुट के साथ
Posted By : Amitabh Kumar