अहमदाबाद : गुजरात में राज्यसभा चुनाव से पहले राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है. तीन विधायकों के इस्तीफे देने के बाद विपक्षी कांग्रेस हरकत में आगयी है और अपने विधेयकों को बचाने में जुट गई है. इसी कड़ी में पार्टी ने अपने 19 विधायकों को राजस्थान भेज दी है. ये सभी विधायक राजस्थान के एक रिसॉर्ट में रूकेंगे.
एनडीटीवी रिपोर्ट के अनुसार पार्टी ने चुनाव तक सभी विधायकों को गुजरात से बाहर शिफ्ट करने पर विचार कर रही है. हालांकि अभी सिर्फ 19 विधायकों को राजस्थान भेजा गया है. ये सभी विधायक माउंट आबू के एक रिसॉर्ट में ठहरेंगे. बाकी विधायकों को आणंद और सौराष्ट्र के रिसॉर्ट में ठहराया गया है. पार्टी नेताओं का मानना है कि ऐसे में विधायकों के इस्तीफे थम जाएंगे.
आठ विधायक का इस्तीफा- बीते दिनों में राज्य में कांग्रेस के तीन विधायक इस्तीफा दे चुके हैं. अबतक कांग्रेस कै आठ विधायक इस्तीफा दे चुके हैं, इनमें अधिकतर लॉकडाउन से पहले इस्तीफा दे चुके है. इनमें एक विधायक कांग्रेस के कद्दावर नेता अहमद पटेल के करीब बताया जा रहा है. पार्टी ने विधायकों के इसके लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया गया है.
पहले भी हो चुका रिसॉर्ट पॉलिटिक्स– इससे पहले, 2017 में गुजरात में रिसॉर्ट पॉलिटिक्स हो चुका है. उस समय कांग्रेस के पास 59 विधायक थे, जिनमें से 13 विधायक ने इस्तीफा दे दिया था. बाद में पार्टी ने 46 विधायकों को कर्नाटक के एक रिसॉर्ट में शिफ्ट किया था. हालांकि रिसॉर्ट में भेजने से उस वक्त कांग्रेस ने राज्यसभा की सीट जीत ली थी और पार्टी नेता अहमद पटेल राज्यसभा के लिए चुने गये थे.
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कांग्रेस ने बोला हमला- कांग्रेस ने विधायकों के इस्तीफे को हॉर्स ट्रेडिंग से जोड़ा है. पार्टी ने आरोप लगाया है कि बीजेपी विधायकों की खरीद-फरोख्त कर रही है. पार्टी नेता और कांग्रेस एलओपी परेश धनानी ने कहा कि बीजेपी अपना साम्राज्य बचाने के लिए विधायकों को खरीद रही है.
सीटों का गणित- गुजरात में बीजेपी और सरकार के पास 104 सीट है, जबकि कांग्रेस के पास 65 सीट. कांग्रेस को जिग्नेश मेवाणी का समर्थन भी पर्याप्त है, ऐसे में 66 सीट कांग्रेस के पास अभी है. वहीं राज्य में इस्तीफे के साथ ही 10 सीट खाली हो चुका है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra