गुजरात चुनाव 2022: सबसे कम उम्र के विधायक से केंद्रीय मंत्री तक, देखें मनसुख मांडविया का राजनीतिक सफर
गुजरात चुनाव 2022: मनसुख मांडविया वर्तमान में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हैं. बता दें कि गुजरात की राजनीति में यह खासा दखल भी रखते है. गुजरात के भावनगर जनपद के पलीताना तालुका की हनोल नाम के गांव में जन्मे मनसुख मांडविया के पिता एक किसान है. वे मंडाविया पाटीदार समाज के लेउआ पटेल समुदाय से आते है.
गुजरात चुनाव 2022: गुजरात में विधानसभा के चुनाव होने है. गुजरात के विधानसभा चुनाव इसी साल के अंत में होंगे. ऐसे में सभी दल राजनीतिक दांव-पेच लगाने में जुटी हुई है. अपने-अपने पार्टी के बड़े राजनीतिक चेहरों पर सभी राजनीतिक दल ध्यान दे रही है. बात अगर भारतीय जनता पार्टी की करें तो गुजरात के चुनाव में हमेशा से नरेंद्र मोदी और अमित शाह बड़े चेहरे होंगे ही लेकिन इनके साथ कई अन्य नेता भी है जिनका चुनाव पर अच्छा खासा प्रभाव पड़ सकता है. बीजेपी के नेता और केंद्र मंत्री मनसुख मांडविया इन्ही नामों में से एक है. आइए जानते है इनका राजनीतिक जीवन..,
वर्तमान में केंद्रीय स्वास्थ्यमंत्री हैं मनसुख मांडविया
मनसुख मांडविया वर्तमान में केंद्रीय स्वास्थ्यमंत्री हैं, वे गुजरात के बड़े नेता माने जाते हैं. बता दें कि गुजरात की राजनीति में यह खासा दखल भी रखते है. गुजरात के भावनगर जनपद के पलीताना तालुका की हनोल नाम के गांव में जन्मे मनसुख मांडविया के पिता एक किसान है. वे मंडाविया पाटीदार समाज के लेउआ पटेल समुदाय से आते है. प्रदेश में इनकी अच्छी पकड़ भी है.
पहली बार 2012 में राज्यसभा के लिए चुने गए
किसान परिवार में पलकर राजनीति में आने वाले मनसुख मांडविया पहली बार 2012 में राज्यसभा के लिए चुने गए. साल 2018 में इन्हें दुबारा राज्यसभा के लिए चुना गया. गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र से आने वाले मनसुख नरेंद्र मोदी सरकार का एक महत्वपूर्ण चेहरा है .पहली बार उन्हें 5 जुलाई 2016 को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग जहाजरानी और रसायन उर्वरक राज्य मंत्री बनाया गया था.
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RSS की छात्र शाखा और ABVP के सदस्य भी रहे
बता दें कि उन्होंने पॉलिटिकल साइंस में एमए की शिक्षा हासिल की है. वह आरएसएस की छात्र शाखा और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य भी रहे हैं. इसके बाद वे भाजयुमो में शामिल हो गए थे. खास बात ये है कि 2002 में विधायकी का चुनाव जीतकर उन्होंने सबसे कम उम्र में विधायक बनने का रिकॉर्ड बनाया था. अब इस बार के विधानसभा चुनाव में जहां एक ओर कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने है वहीं, आम आदमी पार्टी भी अपनी दावेदारी पेश कर रही है. ऐसे में इस बार का गुजरात विधानसभा का चुनाव त्रिकोणीय होने की प्रबल संभावना है.